एक वायरल वीडियो में आतंकी जावेद मट्टू का भाई रईस मट्टू स्वतंत्रता दिवस से पूर्व तिरंगा लहराता नजर आया है। अब इसको लेकर रईस मट्टू ने अपनी बात रखी है। मट्टू का कहना है कि उसने दिल से तिरंगा लहराया है और इसके पीछे कोई दबाव नहीं था। रईस मट्टू ने कहा कि हम हिंदुस्तानी थे हैं और रहेंगे। जम्मू और कश्मीर को लेकर मट्टू ने कहा कि अब यहां पर विकास हो रहा है। इस दौरान उसने अपने भाई को लेकर भी बात की और उससे आतंक का रास्ता छोड़कर वापस आने की भी गुहार लगाई।
रईस मट्टू ने कहा कि मैंने दिल से झंडा लहराया। अपनी मर्जी से लहराया। किसी का कोई प्रेशर या दबाव नहीं है। मट्टू ने कहा कि मैं मुल्क को पैगाम दे रहा हूं कि कश्मीर घाटी में आओ। इसके आगे मट्टू ने गाया, ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा, हम बुलबुले हैं इसकी यह गुलिश्तां हमारा।’ उन्होंने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर में अब डेवलपमेंट हो रहा है। मैं पहली बार 14 अगस्त को दुकान पर बैठा हूं। वरना इस मौके पर दुकान दो-तीन दिन के लिए बंद ही रहती थी। रईस मट्टू में घाटी में बदतर हालात के लिए पहले की सियासत को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पहले के राजनीतिक दल गेम खेल रहे थे। इसमें हम गरीब लोग पिस रहे थे। आज इंसाफ हो रहा।
अपने भाई आतंकी जावेद मट्टू को लेकर रईस ने कहा कि साल 2009 में वह चला गया था। आतंकवादी बन गया। आज हमें पता नहीं कि वह जिंदा है या मर गया। अगर वह जिंदा है तो मैं उसे पैगाम देता हूं कि मैं उसका इंतजार कर रहा हूं कि वह आए। रईस ने कहा कि अब पहले जैसे हालात नहीं रहे। पाकिस्तान यहां कुछ भी नहीं कर सकता है। उन्होंने कि आज की तारीख में पाकिस्तान एक भिखारी मुल्क है। वह भला हमें क्या दे सकता है। रईस मट्टू ने कहा कि हम हिंदुस्तानी थे, हैं और रहेंगे।