उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में राष्ट्रध्वज के अपमान का एक मामला सामने आया है। यहाँ एक मदरसे के अंदर तिरंगे को मेज पर बिछाकर खाना खाया गया। इस घटना का एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने एक स्थानीय व्यक्ति की शिकायत पर 4 नामजद सहित अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज कर लिया है। घटना स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2023) की है।
यह मामला प्रयागराज जिले के थाना क्षेत्र होलागढ़ के दहियावाँ बाजार का है। यहाँ के पवन कुमार जायसवाल ने 15 अगस्त (मंगलवार) को पुलिस में शिकायत दी कि दहियावां बाजार में कुछ असामाजिक तत्वों ने तिरंगे पर खाना खाया है। अपने आरोप में पवन ने तौआब अंसारी, नन्हे कुरैशी, संजय और कुलदीप केसरवानी को नामजद किया है। शिकायत में कुछ अन्य अज्ञात लोगों का भी नाम दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता ने इस घटना को देशद्रोह बताते हुए इससे लोगों में आक्रोश पनपने का आरोप लगाया।
ऑपइंडिया के पास मौजूद FIR की कॉपी के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में राष्ट्रध्वज अपमान रोकथाम अधिनियम (संशोधित) 2003 की धारा 2 के तहत कार्रवाई की है। घटना की वायरल हो रही तस्वीर में कुछ लोग कुर्सियों पर बैठे हैं और बाकी लोग खड़े हैं। सामने रखी मेज पर केसरिया, सफेद और हरे रंग की पट्टियों वाला कपड़ा बिछा हुआ है। उस पर खाने-पीने का सामान रखा हुआ है। मौके पर मौजूद एक व्यक्ति अपने मोबाइल से फोटो भी खींच रहा है।
प्रयागराज
➡️स्वतंत्रता दिवस पर मदरसे में तिरंगे का अपमान
➡️मेज पर तिरंगा झंडा बिछाकर सौंपा गया नाश्ता
➡️मदरसे में अतिथियों के लिए मेज पर बिछा दिया तिरंगा
➡️तस्वीरें सोशल मीडिया पर हुई वायरल तो मचा हड़कंप
➡️पुलिस ने 4 नामजद के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
➡️मदरसा गौसिया इस्लामिया… pic.twitter.com/boIyOfN983
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) August 17, 2023
जन भावनाओं को भड़काने की साजिश का आरोप
ऑपइंडिया ने इस घटना के बारे में शिकायतकर्ता पवन से बात की। पवन ने हमें बताया कि घटना दहियावाँ बाजार के मदरसा गौसिया इस्लामिया जीनत उल उलूम के अंदर की है। यह मदरसा लगभग 4 साल पुराना है, जिसके प्रबंधन और संचालन का काम तौआब अंसारी और नन्हे कुरैशी देखते हैं।
पवन ने आगे बताया कि जब एक तरफ राष्ट्रवादी लोगों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई थी, उसी समय इस फोटो को वायरल करने का मकसद असल में जनभावनाओं को भड़का कर तनाव का माहौल पैदा करना था। नन्हे कुरैशी और तौआब ने अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए घटना के समय हिन्दू समुदाय के संजय और कुलदीप को गेस्ट के तौर पर बुलाया था।
इस मामले में नामजद संजय और कुलदीप पर पवन ने आरोप लगाया कि उन्होंने इसी साल मुहर्रम के जुलूस को तय रास्ते से मुड़़वा दिया था, जिससे कोई अप्रिय घटना भी हो सकती थी। बकौल पवन कुमार, लगभग 4 साल पहले एक दिल के मरीज के घर के आगे जोर-जोर से बज रहे मुहर्रम के बाजे को धीमा करने के लिए कहा था तो उन्हें नन्हे कुरैशी ने उन्हें धमकी दी थी।
शिकायतकर्ता पवन ने हमें आगे बताया कि पुलिस ने भी महज धारा 151 में आरोपितों का चालान किया और सभी बाहर आ गए हैं। उन्होंने आरोपितों की गहराई से जाँच करने पर काफी कुछ और निकल कर आने का दावा किया। पवन ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अब तक फोटो में दिख रहे बाकी लोगों में से किसी की भी पहचान नहीं कर पाई है। शिकायतकर्ता ने मदरसे को सील करने की भी माँग की।