NCP नेता और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने बड़ा दावा किया. सुप्रिया सुले ने कहा कि NCP में कोई टूट नहीं हुई. इतना ही नहीं सुले ने कहा कि अजित पवार पार्टी के सीनियर नेता हैं, जिन्होंने अलग रुख अपनाया है.
अजित पवार ने की बगावत
अजित पवार ने 2 जुलाई को अपने चाचा शरद पवार के साथ बगावत कर दी थी और महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. जबकि उनके साथ 8 और विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी. अजित पवार ने दावा किया था कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है. इस मामले में दोनों पार्टियों ने चुनाव आयोग का भी रुख किया है.
महाराष्ट्र में NCP कितनी ताकतवर?
महाराष्ट्र में 2019 में विधानसभा चुनाव हुए थे. इस दौरान बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली थी. 288 सीटों वाले राज्य में कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई थीं.
बीजेपी और शिवसेना ने एकसाथ मिलकर ये चुनाव लड़ा था. हालांकि, नतीजों के बाद दोनों पार्टियों के बीच सीएम पद को लेकर विवाद हो गया था. इसके बाद अजित पवार शरद पवार से बगावत कर देवेंद्र फडणवीस के साथ आ गए थे और उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. हालांकि, दो दिन बाद ही समर्थन न जुटा पाने के बाद अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया था.
इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. इस सरकार में उद्धव ठाकरे सीएम और अजित पवार डिप्टी सीएम बने थे. हालांकि, शिवसेना में एकनाथ शिंदे गुट ने बगावत कर दी थी. इसके बाद शिंदे ने पिछले साल जून में 40 विधायकों के साथ बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी.