घोसी/लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को घोसी क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान के समर्थन में अपील करते हुए कहा कि सुबह का भूला शाम को घर आ जाए तो उसे भटका हुआ नहीं कहा जाता। मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान के समर्थन में यहां योगी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, सुबह का भूला शाम को घर आ जाए तो उसे भटका हुआ नहीं कहा जाता। दारा सिंह भी घर (भाजपा में) वापस आ गए हैं और राजनीति के दिग्गज हैं। घोसी सीट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट से विजयी हुए प्रमुख ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) नेता दारा सिंह चौहान पिछले महीने भाजपा में शामिल हो गये और उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद यह सीट रिक्त हुई है।
भाजपा ने उपचुनाव में दारा चौहान को ही अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके पहले दारा सिंह चौहान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की (2017-2022) की सरकार में वन मंत्री थे और उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा सरकार को दलितों-पिछड़ों की विरोधी बताते हुए मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता ग्रहण की थी। घोसी विधानसभा क्षेत्र में पांच सितंबर को उपचुनाव होगा जबकि वोटों की गिनती आठ सितंबर को होगी। इस उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। कांग्रेस और वामपंथी दलों ने सपा के उम्मीदवार सुधाकर सिंह को अपना समर्थन दिया है।
घोसी में दारा सिंह चौहान के लिए भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने ताकत झोंक दी है। शनिवार को योगी आदित्यनाथ के साथ दारा सिंह के समर्थन में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, अपना दल (सोनेलाल) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आशीष पटेल और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के मत्स्य मंत्री संजय निषाद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत कई प्रमुख नेता मौजूद थे। घोसी में विकास की संभावनाओं को बल देते हुए योगी ने कहा कि ‘घोसी के कल्याण के लिए आपको किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, हम आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। कोई भी आपके और घोसी के विकास के बीच नहीं आ सकता है।
योगी ने कहा, घोसी का महत्व वही समझ पाएगा जिसने 2005 में मऊ दंगों को देखा है। तब सपा की सरकार थी और वह कुछ न कर पाई थी। इन दंगाबाजों के खिलाफ हमने ही मोर्चा खोला। मऊ से पांच बार विधायक रह चुके माफिया मुख्तार अंसारी की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जो यहां दंगों की आग लगाते थे वो अब व्हीलचेयर पर जान की भीख मांगते दिखते हैं।’ उन्होंने विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि घोसी का विकास नहीं, खुद का विकास विपक्ष का एजेंडा रहा है। योगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के एजेंडे पीडीए पर तंज कसते हुए कहा, लोग पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) एकता की बात करते हैं, हमने तो सबका साथ सबका विकास किया है। उन्होंने कहा, सपा से पूछिए, जन्माष्टमी के आयोजन पर उसी ने रोक लगा दी थी। ये राम भक्तों पर गोली चलवाने वाले लोग हैं और हमने राम मंदिर का निर्माण करके दिखा दिया। इनके काल में केवल चाचा-भतीजा और एक परिवार का ही विकास हुआ।