पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट करते हुए बुधवार को देश के अंग्रेजी नाम ‘इंडिया’ के आधिकारिक उपयोग को ‘भारत’ से बदलने की चर्चाओं धार दे दी। उन्होंने बीसीसीआई के सचिव जय शाह से गुजारिश करते हुए लिखा कि इंडिया की जगह वनडे वर्ल्ड कप 2023 में टीम के प्लेयरों की छाती पर (जर्सी पर) भारत लिखा जाना चाहिए। उनके इस ट्वीट से बहस थोड़ी तेज हो गई। कुछ लोग उनका सपोर्ट कर रहे हैं तो कुछ उन्हें ट्रोल। इस पर अब सहवाग ने एक और ट्वीट करते हुए अपनी बात विस्तार से रखी और इस चर्चा को गलत दिशा देने वालों को खूब लताड़ा।
सहवाग ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र के नाम के रूप में ‘भारत’ के उपयोग की वकालत को राजनीतिक एजेंडे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने X.com पर लिखा- जब लोग यह सोचते हैं कि हमारे राष्ट्र को भारत के रूप में संबोधित किया जाना चाहिए तो इसे एक राजनीतिक चर्चा के रूप में देखा जाता है। क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने सहवाग ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा- मैं किसी विशेष राजनीतिक दल का प्रशंसक नहीं हूं। दोनों राष्ट्रीय पार्टियों में अच्छे लोग हैं और दोनों पार्टियों में बहुत सारे अयोग्य लोग भी हैं।
सहवाग ने बीजेपी और कांग्रेस के स्पष्ट संदर्भ में यह दावा करते हुए कहा कि उनकी कभी कोई राजनीतिक आकांक्षा नहीं रही है और न ही उनकी कोई राजनीतिक आकांक्षा है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पिछले दो लोकसभा चुनावों में दोनों पार्टियों से लड़ने के प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था। सहवाग ने कहा कि अगर उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा होती तो उनकी मैदानी उपलब्धियां किसी भी पार्टी से टिकट हासिल करने के लिए पर्याप्त होतीं।
उन्होंने लिखा- दिल खोलकर बात करना राजनीतिक आकांक्षा से अलग है। मेरी एकमात्र रुचि ‘भारत’ है। राष्ट्रपति भवन की ओर से 9 सितंबर को जी20 डिनर के लिए सामान्य ‘President Of India’ के बजाय ‘President Of Bharat’ के नाम पर निमंत्रण भेजे जाने के बाद कई राजनीतिक हस्तियां इस मुद्दे पर कूद पड़ीं। विपक्षी दलों ने दावा किया कि बीजेपी इस वजह से घबरा गई है। अपने समय के आक्रामक सलामी बल्लेबाज सहवाग ने सुझाव दिया कि एकजुट विपक्ष आसानी से B.H.A.R.A.T कहलाना चुन सकता है।
इससे पहले मंगलवार को सहवाग ने बीसीसीआई से आगामी वनडे विश्व कप में राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों की जर्सी पर भारत के बजाय ‘भारत’ अंकित करने का आग्रह किया था और बीसीसीआई सचिव जय शाह को टैग किया था। उन्होंने लिखा- मेरा हमेशा से मानना रहा है कि नाम ऐसा होना चाहिए जो हमारे अंदर गर्व पैदा करे। भारत अंग्रेजों की ओर से दिया गया एक नाम है (और) हमारे मूल नाम ‘भारत’ को वापस पाने में बहुत समय लग गया है। सहवाग की सोशल मीडिया पोस्ट को उत्साही समर्थन के साथ-साथ कड़ी आलोचना भी मिली। कई लोगों ने सोचा कि क्या उन्हें देश के लिए खेलते समय ‘India’ की जर्सी पहनने में कोई गर्व महसूस नहीं हुआ।