असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक संबोधन के दौरान कहा कि हम हिन्दू हैं, हमें सेक्युलरिज्म का पाठ मत पढ़ाइए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये देश हिन्दुओं का देश है और ये देश हिन्दुओं की तरफ रहेगा। उन्होंने कहा, “ये सेक्युलरिज्म की भाषा हमें मत सिखाओ। हमें आपसे सेक्युलरिज्म की भाषा नहीं सीखनी है। हमलोग ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ को मानते हैं, ये सिद्धांत विश्व को हमने दिया है। सेक्युलरिज्म का अर्थ ये नहीं है कि कोई राम मंदिर को तोड़ कर बाबर के नाम पर मस्जिद बनाएगा।”
असम के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि इसे सेक्युलरिज्म नहीं कहा जाता। उन्होंने ये बातें छत्तीसगढ़ में एक चुनावी जनसभा के दौरान कही। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ को दिल से प्यार करते हैं, इसके लिए हमें किसी सबूत की ज़रूरत नहीं है। वहाँ मौजूद जनता से उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी विजयी ने ये प्रदेश आपके लिए बनाया था। उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा के लिए इस प्रदेश का सम्मान माँ-बेटे का है।
वहाँ मौजूद जनसभा से असम के सीएम ने कहा कि आपलोग माँ हैं और भाजपा आपका बेटा है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही हम आगे बढ़ेंगे और ऐसा ही हमारा संकल्प है। बता दें कि हाल ही में असम के मुख्यमंत्री ने NCP के संस्थापक शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को लेकर इजरायल-हमास युद्ध के परिप्रेक्ष्य में बयान दिया था। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि शरद पवार अपनी बेटी को हमास की तरफ से लड़ने के लिए गाजा भेजेंगे।
हम हिंदू हैं। हमें secularism का पाठ मत पढ़ाइये l pic.twitter.com/OoLvivQDFN
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) October 19, 2023
उन्होंने शरद पवार के उस बयान का विरोध करते हुए ये कहा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि पूरी जमीन फिलिस्तीन की है और इजरायल ने उस पर कब्ज़ा कर लिया है। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी फिलिस्तीन के साथ है। हालाँकि, उनकी पार्टी का एक बड़ा धड़ा अलग हो चुका है और भाजपा के साथ महाराष्ट्र की सरकार में शामिल है। सीएम सरमा के बयान पर अब सुप्रिया सुले ने कहा है कि दोनों का DNA एक ही है क्योंकि पहले वो दोनों ही कॉन्ग्रेस में थे।