लखनऊ। देश की सुरक्षा और आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए देश की पहली महिला कमांडो बटालियन उत्तर प्रदेश में तैयार हो रही है. यूपी एटीएस देश की पहली महिला कमांडो यूनिट को तैयार किया जा रहा है.
यूपी देश का पहला राज्य होगा जहां आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए कमांडो टीम में महिलाओं की स्पेशल यूनिट तैयार की गई है. ये महिला कमांडो किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार की जा रही है.
एटीएस के इन महिला कमांडो को AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार दिए गए हैं. glock पिस्टल से लैस होकर ये महिला कमांडो ना सिर्फ दुश्मन पर नजर रखेंगी बल्कि जरूत पड़ने पर सीधे उनसे लोहा लेंगी. यह देश की पहली महिला कमांडो टीम है जो आतंकी वारदातों से लेकर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए काम करेगी.
किसी कमरे में मौजूद आतंकियों को दबोचने की चुनौती हो या फिर किसी भी बहुमंजिला इमारत में घुसकर देश के दुश्मनों को काबू करने की इन्हें हर परिस्थिति के लिए एनएसजी, एसपीजी की तरह ही ट्रेनिंग दी जा रही है.
यूपी एटीएस के SPOT training center यानी Special Police Operation Team के सेंटर पर 30 महिला कमांडो की टीम तैयार की जा रही है. पुरुष कमांडो के साथ हर बैच में 6 महिला कमांडो तैयार की जा रही है.
इन्हें गलॉक पिस्टल, MP5 और AK-47 जैसे खतरनाक और ऑटोमेटिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. इन महिला कमांडो का चयन कठिन परीक्षा के बाद ही किया गया है. अफसरों ने प्रदेश भर की सिविल पुलिस और PAC में तैनात महिला कांस्टेबलों में से इनकी फिजिकल, मेंटल स्ट्रेंथ और प्रतिभा को परखने के बाद चुना है. 30 महिला कमांडो ट्रेनिंग के लिए तैयार की जा रही हैं.
पहले इनके 4 महीने की ट्रेनिंग की शुरुआत स्पॉट सेंटर से हुई. इसमें इनको शारीरिक तौर पर खुद को मजबूत करने की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद इन्हें पूरी तरह ऑटोमेटिक हथियारों की ट्रेनिंग, कम्यूनिकेशन और ऑपरेशनल टेक्टिक्स की तकनीक सिखाई जाती है.
SPG, NSG के ट्रेनरों ने दी है ट्रेनिंग
एनएसजी-एसपीजी की तरह ही यूपी एटीएस की महिला कमांडो टीम भी वीवीआईपी सुरक्षा हो या फिर किसी ऑपरेशन को अंजाम देने की जरूरत हर तरह की ड्यूटी को अंजाम देने के लिए तैयार हो रही हैं. यूपी एटीएस और यूपी पुलिस ट्रेनर्स के साथ बीएसएफ, सीआरपीएफ, एनएसजी के ट्रेनर्स भी बुलाए जा रहे हैं. मौजूदा समय में बीएसएफ से डेप्यूटेशन पर एडिशनल एसपी संजय कुमार शर्मा बुलाए गए हैं.