बिहार की सियासत में इस वक्त तेज हलचल जारी है. राजद और जेडीयू गठबंधन टूटने की कगार पर है तो वहीं NDA के साथ एक बार फिर नीतीश कुमार जा सकते हैं, ऐसी चर्चाएं हैं. चर्चाओं और हलचल के इस शोर के बीच सूत्र कांग्रेस को लेकर भी बड़ा दावा कर रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस के भी कई विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं, ऐसे में बीजेपी की नजरें भी बिहार कांग्रेस के विधायकों पर हैं. इस स्थिति से राज्य में बीजेपी के और मजबूत होने के दावे किए जा रहे हैं.
कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायक BJP के संपर्क में
बीजेपी के सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है किबीजेपी की नजरें बिहार के कांग्रेस विधायकों पर है और दस विधायक अलग होकर अपना गुट बना सकते हैं. वहीं दूसरी ओर, बीजेपी नीतीश कुमार से अपनी शर्तों पर समझौता करेगी, बीजेपी के सभी मौजूदा सहयोगियों का ध्यान रखा जाएगा.
अगर कांग्रेस के 10 विधायक अलग हो जाते हैं तो लालू कैंप का गेम बिगड़ जाएगा. फिलहाल के परिदृश्य में अगर नीतीश उनसे अलग होते हैं तो वह बहुमत के आंकड़े से 8 विधायक पीछे होंगे. माना जा रहा था कि मांझी (4 विधायक), AIMIM (एक विधायक), सुमित सिंह (निर्दलीय) को मिलाकर वह इस खाई को पाटने की कोशिश कर रही थी. लेकिन अगर कांग्रेस के कुल 19 विधायकों में से भी 10 टूट गए तो बहुमत का 122 वाला आंकड़ा उनसे काफी दूर हो जाएगा.
बीजेपी की नजरें लव-कुश वोटों पर
पशुपति पारस, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम माँझी को सम्मानजनक स्थान मिलेगा. बीजेपी की नज़रें लव-कुश वोटों पर भी हैं. कहा जा रहा है कि नीतीश और कुशवाहा साथ रहेंगे तो चुनावों में बड़ा फायदा होगा. 2025 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को जबरदस्त फायदे की उम्मीद है.
नीतीश को सीएम मानने को तैयार BJP विधायक!
वहीं, एक खबर तो ये भी आ रही है कि, बीजेपी के विधायक नीतीश को अपना सीएम मानने को तैयार हो गए हैं. भाजपा के विधायक राजू सिंह नीतीश कुमार का स्वागत करने के लिए तैयार हो गए हैं. उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ की है. खेला होने से पहले ही बीजेपी के विधायक सीएम नीतीश की तारीफ करने लगे हैं. उन्होंने कहा है कि, शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें सीएम बना दिया तो हमें स्वीकार है.
बता दें कि, जेडीयू के सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार कांग्रेस से नाराज हैं. नीतीश कुमार को INDIA ब्लॉक संयोजक का पद नहीं देना अपमानजनक कृत्य था. सीट शेयरिंग समझौते में देरी, संयोजक पद पर कोई फैसला नहीं होने से नीतीश कुमार कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे हैं. जेडीयू की नजर 17 (16+1) लोकसभा सीटों और इंडिया ब्लॉक के संयोजक पद पर थी. वहीं, बीजेपी ने पटना में शनिवार शाम चार बजे सभी सांसद और विधायकों की बैठक बुलाई है. बीजेपी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार राज्य इकाई से कहा है कि वह बिहार में सरकार गठन का फॉर्मूला प्रस्तावित करने में जल्दबाजी न करें.
शनिवार से शुरू होने वाली दो दिवसीय कार्यकारिणी बैठक के बाद निर्णय होने की संभावना है. बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े कल सुबह बिहार पहुंच रहे हैं. लालू यादव अब आर या पार के मूड में नजर आ रहे हैं. लालू यादव नीतीश कुमार से क्लियरिटी चाहते हैं. नीतीश कुमार शाम तक संशय दूर करें. आरजेडी नेता मनोज झा के जरिए नीतीश के लिए अपील कराई गई है. फिलहाल नीतीश और लालू–तेजस्वी के बीच बातचीत बंद, इसीलिए मीडिया के जरिए अपील की गई.