भाजपा ने 400 पार का लक्ष्य पाने के लिए उम्मीदवारों के चयन पर पूरा फोकस कर दिया है. एक-एक उम्मीदवार पर कई चरणों में मंथन किया जा रहा है. बुधवार को जारी दूसरी सूची में एक बार फिर यह साफ नजर आया. 9 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश की 72 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया. इसमें से 30 सांसदों को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया. इससे पहले आई फर्स्ट लिस्ट में भी भाजपा ने 33 सिटिंग सांसदों के टिकट काट दिए थे.
दूसरी सूची में इतने नाम
भाजपा की दूसरी सूची में 9 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से 72 नामों का ऐलान किया गया. इस सूची में महाराष्ट्र और कर्नाटक के भी 20-20 उम्मीदवारों की घोषणा की गई. सूची में गुजरात के 7, तेलंगाना के 6, हरियाणा के 6, मध्य प्रदेश के 5, दिल्ली से 2, उत्तराखंड के 2, हिमाचल प्रदेश में 2, त्रिपुरा से 1 और दादर और नागर हवेली से 1 उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया गया.
भाजपा ने दादरा एवं नगर हवेली से शिवसेना की मौजूदा सांसद कलाबेन देलकर को टिकट दिया है. दिल्ली में भाजपा ने 7 में से छह उम्मीदवारों को बदल दिया है. सिर्फ मनोज तिवारी ही ऐसे हैं जो अपनी सांसदी का टिकट बचा सके हैं. गुजरात में जो सात नाम घोषित किए गए हैं इनमें से पांच के टिकट काटे गए हैं और तीन को रिपीट किया गया है. इनमें गुजरात की सूरत सीट से केंद्रीय राज्य मंत्री दर्शना बेन का टिकट काट दिया गया है. यहां मुकेश भाई दलाल को मौका दिया गया है. साबरकांठा में दीप सिंह की भीखाजी दुधा जी ठाकोर को मौका दिया गया है. छोटा उदयपुर से गीता बेन की जगह जशुभाई राठवा को उतारा गया है. वहीं वलसाड से केसी पटेल की जगह धवल पटेल को मौका दिया है. भावनगर से वर्तमान सांसद का टिकट काटकर निमुबेन बम्भानिया को मौका दिया गया है. अहमदाबाद पूर्व, वडोदरा से उम्मीदवार रिपीट किए गए हैं.
हरियाणा में तीन के टिकट कटे, तीन रिपीट
हरियाणा में बीजेपी ने छह उम्मीदवार घोषित किए हैं, इनमें से तीन के टिकट काटे गए हैं, जबकि तीन रिपीट किए गए हैं. लिस्ट में सबसे चौंकाने वाला नाम मनोहर लाल खट्टर का है, जिन्होंने एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. उन्हें करनाल से संजय भाटिया की जगह टिकट दिया गया है. सिरसा से सुनीत दुग्गल की जगह अशेाकर तंवर को उतारा गया है. अंबाला से सांसद रतन लाल के निधन की वजह से उनकी पत्नी को मौका दिया गया है.
कर्नाटक में काटे 11 टिकट
भाजपा ने कर्नाटक में भी जमकर टिकट काटे हैं, 8 को रिपीट किया गया है. एक की सीट बदली गई है. कोप्पल में एस ए कराडी की जगह बसवाराज क्यावातूर को टिकट दिया गया है, बेल्लारी से वाय देवेंद्रप्पा की जगी बी शीरामुलु, हावेरी से शिवकुमार उदासी की जगह बसवराज बोम्मई, दावनगिर से जी सिद्धेश्वर की जगह गायत्री सिद्धेश्वर. इसी तरह उडुपी से शोभा करांदलजे की सीट बदली गई है. उनकी जगह श्रीनिवास पुजारी को उतारा गया है. दक्षिण कन्नड़ से नलीन कतील की जगह कैप्टन ब्रिजेश चौटा को उतारा गया है. इसी तरह तुकूर से बसवराज सिद्पा की जगह वी सोमन्ना को मौका दिया गया है. मैसूर से प्रताप सिम्हा की जगह वाय के चामराज वाडिया, चामराजनगर से श्रीनिवास प्रसाद की जगह एस बालराज, बेंगलुरु उत्तर से शोभा करंदलाजे की जगह सदानंद गौड़ा को टिकट दिया गया है.
एमपी में दो रिपीट-दो के टिकट काटे
दूसरी सूची में मध्य प्रदेश के 5 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया, इनमें 2 के टिकट काटे गए हैं. 2 को रिपीट किया गया है. इंदौर से शंकर लालवानी, उज्जैन से अनिल फिरोजिया को फिर टिकट मिला है. धार से छतर सिंह दरबार का टिकट काटकर सावित्री ठाकुर को टिकट दिया गया है. बालाघाट से ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर महिला उम्मीदवार भारती पारधी को टिकट दिया है.
महाराष्ट्र में 20 उम्मीदवार घोषित, पांच को नहीं मिला टिकट
महाराष्ट्र में बीजेपी ने 20 उम्मीदवार घोषित किए हैं, इनमें से पांच सांसदों के टिकट काटे गए हैं, इसमें मुंबई नॉर्थ में गोपाल शेट्टी की जगह पीयूष गोयल, मुंबई नॉर्थ ईस्ट से मनोज कोटक की जगह मिहिर कोटेचा, बीड लोकसभा से प्रीतम मुंडे की जगहा पंकजा मुंडे को टिकट दिया गया है. इसी तरह जलगांव में उमेश पाटिल की जगह स्मिता वाघ, आकेला से संजय धोत्र की जगह अनूप धोत्रे को मौका मिला है.
त्रिपुरा और उत्तराखंड का ये हाल
त्रिपुरा ईस्ट में रेबती त्रिपुरा का टिकट काट कर महारानी कृति सिंह देबबर्मा को टिकट दिया गया है, जबकि उत्तराखंड में पौड़ी गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत का टिकट काटकर अनिल बलूनी को टिकट दिया गया है. हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक की जगह त्रिवेंद्र सिंह रावत को उम्मीदवार बनाया गया है.
अब तक 21 प्रतिशत सांसदों के टिकट कटे
तेलंगाना में बीजेपी छह उम्मीदवार घोषित किए, एक का टिकट काट दिया है. इसमें आदिलाबाद से सोय्यम बापू की जगह गोदाम नागेश को टिकट दिया गया है. इस तरह अब तक दोनो सूची को मिलाकर भाजपा की 267 सीटों पर नामों की घोषणा की जा चुकी है. इनमें से दो चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं. अभी तक भाजपा 21 प्रतिशत मौजूदा सांसदों के टिकट काट चुकी है.