कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने धूमिल कर दी शिक्षा विभाग और कालेज की छवि

चुटकी भंडार बालिका इंटर कालेज का मामला

 अनियमितताओं और शिकायतों पर हटायी गयीं कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने बुलायी पुलिस, नहीं दिया चार्ज
पांच शिक्षिकाओऔर प्रबंधक के साथ बदसुलूकी पर प्रबंध समिति ने वापस लिया कार्यवाहक का प्रभार

लखनऊ। राजधानी के ऐतिहासिक स्कूल चुटकी भंडार गल्र्स इटर कालेज की कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने अपने कृत्यों के चलते कालेज की छवि को मिट्टी में मिला दी। शनिवार को तो हद तब हो गयी जब उन्होंने कालेज परिसर में पुलिस बुला ली । लेकिन सारा मामला सामने आने के बाद पुलिस उन्हें ही चेतावनी देकर वापस चली गयी।
जानकारी के मुताबिक चुटकी भंडार गल्र्स इंटर कालेज की प्रबंध समिति ने प्रधानाचार्य का पद रिक्त होने पर बीते 1० मार्च को प्रवक्ता डा. सुमन शुक्ला को कालेज का कार्यवाहक प्रधानाचार्य नियुक्त किया था। लेकिन कार्यवाहक प्राचार्य बनने के बाद उन्होंने कालेज में ही दबंगई शुरू कर दी। उन्होंने अपने साथ काम करने वाली अनुसूचित जाति व जनजाति की शिक्षिकाओं को जाति सूचक शब्दों से नवाजा जिसकी शिकायत अनुसूचित जाति जनजाति आयोग में भी करायी गयी है। इतना ही नहीं, इस बाबत बात करने पर उन्होंने कालेज के प्रबंधक पवन वर्मा से भी जमकर अभद्रता की।
पांच शिक्षिकाओं एवं प्रबंधक की ओर से जब इस बाबत प्रबंध समिति को लिखित शिकायत की गयी। तो समिति ने उन्हें कारण बताओ नोटिस तामील की जिसका जवाब न मिलने पर शनिवार को उनसे कार्यवाहक प्रधानाचार्य का प्रभार लेकर श्रीमती सुनीता को प्रभारी प्रधानाचार्य बना दिया गया। इसकी जानकारी मिलते ही वर्तमान में काबिज कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने उनको चार्ज भी नहीं दिया और कालेज परिसर में पुलिस बुला ली। जिससे वहां पढ़ रही छात्राओं बेहद आशंकित हो गयीं। कई छात्राओं का तो पुलिस देखकर तबियत खराब होने लगी। कालेज परिसर में पुलिस को देखकर स्थानीय लोग भी जमा हो गये। जानकारी पर पहुंचे प्रबंधक पवन वर्मा ने किसी तरह स्थिति संभाली और पुलिस को जानकारी दी । इस पर पुलिस ने डा. सुमन शुक्ला को चेतावनी देते हुए फटकार लगायी। लेकिन इन सबके बावजूद उन्होंने श्रीमती सुनीता को प्रभार नहीं सौंपा और अपने कमरे में निजी ताला लगाकर चली गयीं। घटना से छात्राओं और शिक्षिकाओं में आक्रोश व्याप्त है।
इस बाबत जब प्रबंधक पवन वर्मा से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि प्रबंध समिति ने उनके विरुद्ध प्राप्त शिकायतों के आधार पर कार्यवाही करते हुए उनको कार्यवाहक प्रधानाचार्य के पद से कार्यमुक्त कर दिया है अब सारा प्रभारी सुनीता के पास है। उनके हस्ताक्षर आदि की कार्रवाई के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक द्बितीय को पत्र लिख दिया गया है।