केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कल ही लोकसभा में कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट से जुड़े मामले पर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। विपक्ष के आरोपों पर उनकी ओर से कहा गया कि इस बात के कोई सबूत नहीं है कि पिछले सात वर्षों में 70 पेपर लीक हुए हैं। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट का भी फैसला सामने आ गया है।
नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा पर मंगलवार सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए कहा कि परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएगी। चीफ जस्टिस की बेंच ने फैसला सुनाते हुए यह भी कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत नहीं हैं कि परीक्षा की पवित्रता का उल्लंघन किया गया था। नीट मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब तमाम चर्चाओं पर विराम लग गया। इस फैसले से कहीं न कहीं केंद्र सरकार को भी राहत मिली होगी। पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद से ही विपक्षी दल खासकर कांग्रेस की ओर से बीजेपी पर हमला बोला जा रहा था। पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े किए जा रहे थे। सोमवार को ही बजट सत्र के पहले दिन इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर सीधा हमला बोला था।
युवाओं से जुड़ा था मामला
लोकसभा चुनाव में इस बार नतीजे बीजेपी के उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। बीजेपी अपने दम पर बहुमत से दूर रह गई। नतीजों के बाद बीजेपी पर विपक्षी दल काफी आक्रामक हो गए। इसी बीच नीट पेपर लीक का मामला सामने आता है। विपक्ष की ओर से पहले ही यह कहा जा रहा था कि युवाओं की नाराजगी का खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ा है। अग्निवीर और रोजगार के मुद्दे चुनाव और चुनाव के बाद भी विपक्ष उठाता रहा। विपक्ष के आरोपों के बीच नीट पेपर लीक का मामला भी बड़ा हो रहा था। मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया। मामला युवाओं से जुड़ा था और सरकार कहीं न कहीं इस मामले पर बैकफुट पर थी। सरकार की ओर से कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट के हर फैसले का अक्षरश:पालन होगा।
NEET मामले पर हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। हम सुप्रीम कोर्ट के आभारी हैं। छात्रों का भविष्य हमारी प्राथमिकता। विपक्ष का बयान बेहद गैर जिम्मेदाराना। भारत की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया।
करप्शन वाला टैग पड़ सकता था भारी
यूपी में कॉन्स्टेबल परीक्षा पेपर लीक का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि नीट पेपर लीक का मामला सामने आ गया। यह मामला सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती बन गया। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से बार-बार यह कहा गया कि करप्शन पर जीरो टॉलरेंस वाली नीति है। ऐसे में नीट का मामला सामने आने के बाद विपक्षी दलों को सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया। राहुल गांधी ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितता के विषय को लेकर कल ही संसद में सरकार पर प्रहार किया और दावा किया कि देश के करोड़ों छात्रों एवं देशवासियों को इस बात का यकीन हो गया है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक फ्रॉड है। शिक्षा मंत्री पर राहुल गांधी ने सीधा हमला बोला। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह कहना कि देश की भारतीय परीक्षा प्रणाली बकवास है, इससे दुर्भाग्यपूर्ण बयान कुछ नहीं हो सकता है।
अब इस मामले में बैकफुट पर नहीं रहेगी सरकार
नीट पेपर लीक मामले पर केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में यह कहा गया कि इस पूरे मामले को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है। जो जवाब केंद्र की ओर से दाखिल किया गया उसमें भी यह बात कही गई कि ऐसा कोई सबूत नहीं जिसमें यह कहा जाए कि पेपर लीक बड़े पैमाने पर हुआ। हालांकि सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो फैसला मंगलवार आया उसके साथ ही साथ जो टिप्पणी की गई उससे सरकार को जरूर बड़ी राहत मिली होगी। अब इस पूरे मामले इस फैसले के बाद सरकार बैकफुट पर नहीं रहेगी।