इजरायली धरती पर हुए आतंकी हमले से नेतन्याहू भड़क गए हैं। वो अमेरिकी दौरा बीच में ही रोककर वापस आ गए हैं। उन्होंने कसम खाई कि हिजबुल्लाह को जल्द ही नरक के दर्शन कराएंगे।
हमास आतंकियों के खिलाफ इज्जत बचाने और अपनों के खून का बदला लेने जंग लड़ रहे इजरायल को लेबनानी आतंकी समूह हिजबुल्लाह के तब तगड़ा झटका दिया जब शनिवार को फुटबॉल ग्राउंड में खेल रहे मासूम बच्चों के ऊपर मिसाइल गिरी। इजरायल ने इस हमले के पीछे हिजबुल्लाह को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि हिजबुल्लाह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। हमला इजरायल के नियंत्रण वाले गोलान हाइट्स के मजदल शम्स शहर में हुआ। इस आतंकी हमले में 10 से 20 साल के बीच के 12 मासूम बच्चे मारे गए। हमले के वक्त पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिकी दौरे थे। वो दौरा बीच में ही रोककर वापस आ रहे हैं। उन्होंने अपने संदेश में हिजबुल्लाह को इस हमले की भारी कीमत चुकाने की चेतावनी दी। इजरायल ने अब लेबनानी आतंकियों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल मजदल शम्स में हुए जानलेवा हमले को चुपचाप नहीं जाने देगा। उन्होंने यह बात तब कही जब वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी उत्तरी ड्रूज शहर में हुए हिजबुल्लाह के घातक रॉकेट हमले के मद्देनजर विचार-विमर्श कर रहे थे, जिसमें कम से कम 12 बच्चे मारे गए। उधर, इजरायल रक्षा बलों के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने बताया कि यह हमला 8 अक्टूबर को इजरायल-लेबनान सीमा पर लड़ाई शुरू होने के बाद से हिजबुल्लाह का सबसे घातक हमला है और मरने वाले10 से 20 वर्ष की आयु के थे।
इजरायलियों को वचन दिया है, हिजबुल्लाह अब नहीं बचेगा
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मामले में जानकारी दी कि घातक हमले के बाद नेतन्याहू ने इजरायल के ड्रूज समुदाय के आध्यात्मिक नेता शेख मुआफाक तारिफ से बात की और वचन दिया कि इजरायल चुपचाप नहीं बैठेगा। पीएम कार्यालय ने कहा, “प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि इजरायल इस जानलेवा हमले को यूं ही नहीं जाने देगा और हिजबुल्लाह को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जो उसने अब तक नहीं चुकाई है।”
अमेरिकी दौरा बीच में छोड़कर आए
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू हमले के समय संयुक्त राज्य अमेरिका में थे, लेकिन वे अपने सारे शेड्यूल बीच में ही रोककर स्वदेश लौट गए हैं। रविवार रात तक उनके वापस इजराइल पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने अमेरिका से निकलते वक्त अपने संदेश में कहा, “जिन लोगों की हत्या की गई उनमें छोटे बच्चे भी शामिल थे जो फुटबॉल खेल रहे थे। हमले के दृश्यों को देखकर मेरा दिल बैठक गया है।” उन्होंने वचन दिया कि इजरायल “इस घटना को चुपचाप नहीं जाने देगा” और कहा कि पूरा देश ड्रूज़ समुदाय के साथ इस कठिन समय में खड़ा है।
हिजबुल्लाह पर बड़े हमले की तैयारी
हमले के तुरंत बाद, रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को शीर्ष सैन्य और सुरक्षा अधिकारियों ने “हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई के लिए” शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी, शिन बेट प्रमुख रोनेन बार और मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इजरायली सरकार ने दुनिया से हिजबुल्लाह पर भारी प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है।