टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने सोमवार को एडिलेड में पहले टेस्ट मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया पर मिली 31 रनों की जीत की तारीफ की है. गांगुली ने कहा कि विराट कोहली और उनकी टीम को ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने के लिए कड़ी चुनौती पेश करनी होगी. भारत ने एडीलेड में पहले टेस्ट में जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया में 70 साल में पहली बार 1-0 की बढ़त बनाई.
सौरव गांगुली कहा कि इस सीरीज के आगे के मैच काफी प्रतिस्पर्धी होंगे और सभी चार टेस्ट मैचों के परिणाम निकलेंगे. गांगुली ने यहां संवादादाताओं से कहा, “यह शानदार जीत है. बेहद शानदार.”
ऑस्ट्रेलियाई टीम सोमवार को मैच के अंतिम दिन चायकाल से पहले अपने निचले क्रम के बल्लेबाजों के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत भारत के 323 रन के लक्ष्य के करीब पहुंचने में सफल रही लेकिन अंतत: 291 रन पर आउट हो गई. यह भारत की ऑस्ट्रेलिया में छठी जीत है. भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में जारी टेस्ट सीरीज की जीत के साथ शुरुआत की है. साथ ही यह एडिलेड में भारत की 15 साल बाद पहली जीत है.
सीरीज प्रतिस्पर्धी होने वाली है
गांगुली ने आगे कहा, “यह सीरीज प्रतिस्पर्धी होने वाली है. हर मैच का परिणाम निकलेगा.” भारत ने इस जीत के साथ चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है. भारत को अगला टेस्ट मैच पर्थ में 14 दिसम्बर से खेलना है. ऑस्ट्रेलिया में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन गांगुली के नेतृत्व में ही रहा था जब 2003-04 में टीम सीरीज 1-1 से बराबर करने में सफल रही थी. इस सीरीज में टीम इंडिया ने एडिलेड में ही जीत हासिल की थी जिसके 15 साल बाद टीम इंडिया ने एडिलेड में जीत हासिल की थी.
सचिन ने भी किया इस मैच को याद
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सचिन तेुंदलकर ने भी याद किया और ट्वीट किया, ‘‘सीरीज शुरू करने का शानदार तरीका. भारतीय टीम ने कभी भी दबाव कम नहीं होने दिया. चेतेश्वर पुजारा की दोनों पारियों और अजिंक्य रहाणे की दूसरी पारी में अहम और बेहतरीन बल्लेबाजी के साथ चारों गेंदबाजों ने दमदार योगदान दिया. इसने 2003 की जीत की यादें ताजा कर दी.’’
ऐसे मिली थी टीम इंडिया को जीत
2003 के मैच में राहुल द्रविड़ और अजित अगरकर के शानदार प्रदर्शन रहा था. पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 556 रन बनाए थे, जिसके बाद टीम इंडिया ने राहुल द्रविड़ के दोहरे शतक के दम पर 523 रन बनाए थे. इसके बाद टीम ऑस्ट्रेलिया टीम अजित अगरकर की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर केवल 196 रनों पर सिमट गई थी और टीम इंडिया को 230 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे भारत ने केवल छह विकेट खोकर हासिल कर लिया था. इस मैच में राहुल द्रविड़ को उनके दोहरे शतक के लिए मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था.