भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट में टीम इंडियाके कप्तान विराट कोहली ने अपने प्लेइंग इलेवन में चार तेज गेंदबाज शामिल किए जिसमें एक भी नियमित स्पिनर नहीं है. विराट को अश्विन के चोटिल हो जाने का बाद उनका विकल्प चुनना था, लेकिन पर्थ के नए ऑप्टस मैदान पर तेज पिच के संभावना को देखते हुए विराट ने टीम में एक स्पिनर, यानि रवींद्र जडेजा की जगह तेज गेंदबाज को तरजीह दी. पर्थ के मैच के पहले सत्र में भारतीय गेंदबाज उतने प्रभावी नहीं दिखे. अब चर्चा इस बात की जोरों पर है कि कहीं विराट कोहली से स्पिनर को शामिल न करना महंगा न पड़ जाए.
मैच के एक दिन पहले जब टीम इंडिया के 13 सदस्यीय टीम का ऐलान हुआ था. तभी तय हो गया था कि रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन पर्थ टेस्ट में नहीं खेलेंगे क्योंकि उन्हें एडिलेड टेस्ट में चोट लग गई थी. अब विराट के पार अश्विन की जगह स्पिनर के तौर पर जडेजा को शामिल करने का विकल्प था जो टीम की बल्लेबाजी को भी मजबूती प्रदान कर सकते थे. लेकिन इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए विराट ने तय किया कि वे पर्थ में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरेंगे. इसी लिए उन्होंने उमेश यादव को चुना.
नाकाम रहे फिंच और हैरिस के आगे भारत के पेसर
पर्थ में पहले सत्र में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज प्रभावी नहीं रहे. ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस और एरोन फिंच ने धीमी शुरुआत के बाद लंच तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर बिना किसी नुकसान के 66 रन कर दिया था जिसमें से एरोन फिंच ने 28 और मार्कस हैरिस ने 36 रन बनाए. टीम इंडिया की ओर से शमी ने फिंच और हैरिस को जरूर परेशान किया जबकि इशांत शर्मा अपनी दिशा से भटकते नजर आए. आलम यह रहा कि दोनों ही सलामी बल्लेबाजों ने शतकीय साझेदारी की और अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की. इसके बाद 36वें ओवर में भारत को एरोन फिंच ने रूप में पहली सफलता मिली. बुमराह ने उन्हें एलबीडब्ल्यू किया.
उठने लगा यह सवाल
लंच तक टीम इंडिया के एक भी विकेट न ले पाने के बाद इस बात पर सवाल उठने लगे कि क्या विराट कोहली ने इस मैच में स्पिनर को न शामिल कर गलती कर दी है. ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने टॉस जीतने के बाद और एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि गर्मी के मौसम को देखते हुए संभावना है कि पिच टूटेगी यानि कि उसमें क्रैक आ जाएंगे. ऐसे में कहा जा रहा है कि जब दूसरी पारी में टीम इंडिया बल्लेबाजी कर रही होगी तब ऑस्ट्रेलिया के नाथन लॉयन को पिच से मदद मिल सकती है.
केवल हनुमा विहारी के भरोसे है स्पिन
वहीं टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में इस बार कोई भी नियमित स्पिनर नहीं है. टीम में स्पिन विकल्प के नाम पर केवल हनुमा विहारी ही हैं जिनके पहले ओवर की शुरुआती दो गेंदों में एरोन फिंच ने लगातार दो चौके लगाए थे. इस ओवर में विहारी ने नौ रन दिए थे. यह देखना दिलचस्प होगा कि पिच अगले चार दिन कैसा बर्ताव करेगी. फिलहाल तो मैच में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है.