भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच मेलबर्न में बुधवार से शुरू होने जा रहा है. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इस मैच से पहले अपनी टीम की बल्लेबाजी पर चिंता जताई है. विराट ने बाक्सिंग डे टेस्ट से पूर्व अपने बल्लेबाजों से अपील की है कि वे गेंदबाजी इकाई के शानदार प्रयासों के समर्थन में योगदान दें. पर्थ टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया था.
पर्थ के चुनौतीपूर्ण विकेट पर कप्तान कोहली ने शानदार शतक जड़ा था जबकि चेतेश्वर पुजारा ने एडीलेड में भारत की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई लेकिन अन्य बल्लेबाज गेंदबाजों की बराबरी का योगदान नहीं दे पाए जिन्होंने अब तक चार पारियों में सभी 40 विकेट चटकाए हैं. कोहली ने तीसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘यह बल्लेबाजों के लिए बेहद मेहत्वपूर्ण है कि वे जिम्मेदारी लें क्योंकि सभी देख सकते हैं कि हमारे गेंदबाज काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. अन्यथा हम जो स्कोर बना रहे हैं उसके साथ गेंदबाज कुछ भी नहीं कर पाएंगे.’’
सामूहिक प्रयास करना होगा बल्लेबाजों को
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम बाद में बल्लेबाजी करते हैं तो बढ़त बनाने या विरोधी टीम के स्कोर के जितना अधिक संभव हो उतना अधिक करीब पहुंचने का प्रयास करते हैं. अगर आप भी बड़ा स्कोर बनाते हो तो फिर यह दूसरी पारी का मुकाबला बन जाता है और अगर आप पहली पारी में अच्छी बढ़त ले लेते हैं तो फिर इसका फायदा उठा सकते हैं.’’ कोहली ने कहा, ‘‘बल्लेबाजों को सामूहिक प्रयास करना होगा. मैं व्यक्तिगत तौर पर नहीं कहूंगा कि किसी को क्या करने की जरूरत है लेकिन बल्लेबाजी इकाई के रूप में निश्चित तौर पर हमें बेहतर प्रदर्शन करना होगा.’’
पिछले टेस्ट मैचों के परिणाम से फर्क नहीं पड़ता
भारतीय कप्तान ने हालांकि स्पष्ट किया कि मेलबर्न टेस्ट पर उनकी एडीलेड टेस्ट में जीत या पर्थ टेस्ट में हार का कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘‘एक टीम के रूप में मुझे नहीं लगता कि 2-0 से आगे होने, 0-2 से पिछड़ने या 1-1 से बराबर होने का इस पर कोई असर पड़ता है कि अगले दो टेस्ट में क्या होने वाला है.’’
नाथन लॉयन तारीफ के हैं हकदार
नाथन लॉयन ने अब तक दो टेस्ट में 16 विकेट चटकाकर भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है और कोहली ने इस आफ स्पिनर की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘‘लॉयन काफी अच्छा गेंदबाज है. वह लगातार अच्छे क्षेत्र में गेंदबाजी करता है. इस तरह के गेंदबाज के खिलाफ हमारे पास योजना होनी चाहिए जिससे कि हम रन बनाने के विकल्पों को भी ढूंढ सकें क्योंकि अगर उसे लंबे समय तक एक ही जगह पर गेंदबाजी करने दी जाए तो वह और अधिक खतरनाक बन जाएगा.’’
इसलिए लॉयन को बताया विशेष
लॉयन का प्रदर्शन इसलिए भी विशेष है कि उन्होंने अपने अधिकांश टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया में खेले. विराट ने कहा, ‘‘अगर कोई स्पिनर ऑस्ट्रेलिया में इतनी अच्छी गेंदबाजी करता है तो यह बड़ी चीज है. हम इसे चुनौती के रूप में ले रहे हैं और निश्चित तौर पर हम उसके खिलाफ अपने खेल में सुधार करना चाहते हैं. हमने अभ्यास के दौरान मेहनत की है और अब मायने यह रखता है कि मैदान पर कौन इसे लागू कर पाएगा.’’
पिछली बार पिच ने ड्रॉ कराया था मैच
पिछली बार जब भारत एमसीजी पर खेला था तो वह टेस्ट ड्रा समाप्त हुआ था. कोहली और अजिंक्य रहाणे ने उस मैच में शतक जड़े थे. कोहली ने कहा, ‘‘पिछली बार किसी भी टीम के पक्ष में नतीजा नहीं आने में पिच की बड़ी भूमिका थी. लेकिन अब पिच को देखें तो इस पर पिछली बार की तुलना में काफी अधिक घास है और मैं उम्मीद करता हूं कि यह जीवंत पिच होगी.’’
ऐसी पिच बताई विराट ने
उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि गेंदबाजों को पहले दो मैचों की तरह ही मदद मिलेगी क्योंकि एक टीम के रूप में आपको पता है कि इस तरह से हमेशा आपको नतीजा मिलेगा. कल हमने पिच देखी और यह नीचे से काफी सूखी लग रही है. पिच पर काफी घास है जो सतह को बांधकर रखेगी.’’ कोहली ने कहा कि पिच पर पांचों दिन गेंदबाजों के लिए पर्याप्त मौके होने चाहिए.
कोहली ऑस्ट्रेलिया में दूसरी बार बाक्सिंग डे टेस्ट खेल रहे हैं और इसे लेकर काफी उत्सुक हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहतरीन है. बेशक पहला दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है और हम काफी लोगों के आने की उम्मीद कर रहे हैं, शायद 80000 से अधिक. मैं पहले भी दो बार इसे अनुभव कर चुका हूं.’’