नोएडा। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की शुक्रवार को हुई 18वीं बोर्ड बैठक में नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच चलने वाली एक्वा लाइन मेट्रो के किराये के प्रस्ताव को हरी झंडी प्रदान कर दी गई. एनएमआरसी के प्रबंध निदेशक आलोक टंडन ने बताया कि न्यूनतम किराया 10 रुपये तथा अधिकतम किराया 50 रुपये प्रति व्यक्ति रखा गया है.
बोर्ड द्वारा मंजूर किराया सूची में दो स्टेशन के लिए 15 रुपये, 3-6 स्टेशन के बीच 20 रुपये, 7-9 स्टेशनों तक 30 रुपये, 10-16 स्टेशनों के लिए 40 रुपये तथा 17 एवं उससे अधिक स्टेशनों के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये किराया निर्धारित किया गया.
वहीं स्मार्ट कार्ड धारकों के लिए न्यूनतम किराया नौ रुपये तथा अधिकतम 45 रुपये तय किया गया है. यानी स्मार्ट कार्ड धारकों को अन्य लोगों के मुकाबले 5 फीसदी की किराये में छूट मिलेगी.
बैठक में मेट्रो कोरीडोर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई निर्णय लिए गए
उन्होंने बताया कि बोर्ड बैठक में मेट्रो कोरीडोर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई निर्णय लिए गए. मेट्रो की सुरक्षा के लिए उ.प्र. पीएसी की 49वीं वाहिनी को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा कुछ निजी सुरक्षा कर्मी भी तैनात किये जाएंगे जिनका प्रशिक्षण सीआईएसएफ द्वारा कराया जा रहा है. सुरक्षा बलों का वेतन राज्य सरकार वहन करेगी.
प्रबंध निदेशक ने बताया कि मेट्रो सुरक्षाबलों के आवासीय व्यवस्था के लिए नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा 800 भवन मुहैया कराये जाएंगे. यह आवास एनएमआरसी को खरीदने पड़ेंगे.
एनएमआरसी की बोर्ड बैठक में नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5 यानी 14.95 किलोमीटर के मेट्रो विस्तार के प्रस्ताव को शासन को भेजने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई. बैठक में वर्ष 2017-18 की बैलेंस शीट एवं वार्षिक लेखा रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई.
उन्होंने बताया कि एक्वा लाइन मेट्रो रेल को शुरू करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन को पत्र लिखा गया है. जैसे ही शासन से इसके उद्घाटन की तिथि तय हो जाएगी इसकी शुरुआत कर दी जाएगी.
बोर्ड बैठक में केन्द्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव तथा ओएसडी मुकुन्द कुमार सिन्हा, संयुक्त सचिव झंजा त्रिपाठी, ग्रेटर नेाएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेन्द्र भूषण, शहरी विकास मंत्रालय के अनुसचिव दीनदयाल, रेल मंत्रालय के कार्यकारी निदेशक शैलेश जैन, यूपी पीएसी की कमाडेंट कल्पना सक्सेना, नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ ए के श्रीवास्तव, एनएमआरसी के कार्यकारी निदेशक पी डी उपाध्याय तथा कंपनी सचिव निशा बधावन आदि मौजूद थीं.