न्यूजीलैंड ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन रविवार को यहां श्रीलंका को 423 रन से हराया. मेजबान टीम ने रविवार (30 दिसंबर) को सिर्फ 14 गेंद में श्रीलंका के बाकी तीन विकेट चटकाकर जीत दर्ज की. इस जीत से न्यूजीलैंड ने दो मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम की. वेलिंगटन में पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था. न्यूजीलैंड क्रिकेट के 88 साल के टेस्ट इतिहास में यह पहला मौका है जब टीम ने लगातार चार सीरीज जीती हैं. न्यूजीलैंड ने इससे पहले वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और पाकिस्तान को हराया था.
क्राइस्टचर्च में खेला गया दूसरा टेस्ट में नतीजा मेजबान टीम के हक में रहा. सीरीज के दूसरे टेस्ट में कीवी टीम ने श्रीलंका के सामने जीत के लिए 660 रन का लक्ष्य रखा था. लेकिन श्रीलंका के खिलाड़ी 236 रन पर ही ऑल आउट हो गए और 423 रन के बड़े अंतर से मुकाबला गंवा बैठे. न्यूजीलैंड के टिम साउदी मैन ऑफ द मैच चुने गए. उन्होंने 68 रन बनाए और पांच विकेट लिए.
12 मिनट, 14 गेंद पर जीत मिली बड़ी
मैच के 5वें दिन श्रीलंकाई टीम जब जीत के लक्ष्य को हासिल करने मैदान पर उतरी तो उसके 6 विकेट पर 231 रन थे. यानी, टीम के 4 विकेट बचे हुए थे. ऐसा लग रहा था कि वह एक-दो घंटे संघर्ष कर सकता है. लेकिन कीवी गेंदबाजों ने उनके 3 विकेट ०सिर्फ 14 गेंदों पर झटक लिए. ऐसा करने के लिए उन्होंने सिर्फ 12 मिनट का समय लिया. एंजेलो मैथ्यूज चोट के कारण बैटिंग करने नहीं उतरे.
श्रीलंका की सबसे बड़ी हार
दूसरे टेस्ट में 423 रन का फासला न्यूजीलैंड और श्रीलंका दोनों के रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया. यह रनों के लिहाज से जहां न्यूजीलैंड की सबसे बड़ी टेस्ट जीत है. वहीं, श्रीलंका की सबसे बड़ी टेस्ट हार भी है. इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने रनों के लिहाज से 2 साल पुराने अपने सबसे बड़े जीत के रिकॉर्ड को तोड़ा तो वहीं भारत के हाथों मिली सबसे ज्यादा रन से श्रीलंका की हार का रिकॉर्ड भी टूट गया. 2 साल पहले यानी साल 2016 में कीवी टीम ने जिम्बाब्वे को 256 रन से शिकस्त दी थी. वहीं श्रीलंका को 2017 में खेले टेस्ट में भारत ने 304 रन से हराया था.