नई दिल्ली। नौकरी पेशे वालों के लिए बड़ी खबर है. जिन लोगों का PF कटता है उन्हें जल्द ही ये विकल्प मिल सकता है कि वो खुद ये तय करें कि उनका कितना पैसा शेयर बाजार में निवेश होगा. बेशक शेयर बाजार में ज्यादा पैसे निवेश करने में जोखिम थोड़ा ज्यादा है लेकिन अगर आप लंबे समय पर नियमित तौर पर इस काम को करेंगे तो रिटायरमेंट के बाद आपको अच्छा खासा पैसा मिलेगा. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन नये साल में अपने अंशधारकों को उनके हिस्से से शेयर बाजार में किए जाने वाले निवेश को बढ़ाने या घटाने का विकल्प दे सकता है.
प्रस्ताव का मतलब क्या है?
दरअसल, अभी जब भी आप अपना पीएफ अकाउंट लॉग इन करते हैं तो आपको सिर्फ एकमुश्त रकम दिखाई देती है. लेकिन आपको ये पता नहीं चलता है कि आपके पैसे को मैनेज करने वाली EPFO उसे कहां और कितना-कितना निवेश कर रही है. अब सरकार कोशिश कर रही है कि आपको वो पूरे पैसे का हिसाब दे सके, ताकि आपको पता हो कि आपका पैसा कहां निवेश हो रहा है. साथ ही अगर आप शेयर बाजार में अपने निवेश का हिस्सा बढ़ना चाहें, तो वो भी कर लें.
अभी कितना होता है निवेश
फिलहाल ईपीएफओ खाताधारकों के जमा का 15 प्रतिशत तक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में निवेश होता है. EPFO की ओर से इन ETF में अब तक करीब 55,000 करोड़ रुपए निवेश किया गया है. फिलहाल PF खाताधारकों को नहीं पता होता कि उनके हिस्से का कितना पैसा ETF में जा रहा है. न ही खाताधारकों के पास इस पैसे को घटाने बढ़ाने का विकल्प है. वर्तमान में EPFO के दायरे में 190 उद्योगों से जुड़े 20 करोड़ से अधिक EPFO खाते और 11.3 लाख इकाइयां आती हैं.
सॉफ्टवेयर तैयार होगा
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन अब एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित कर रहा है जो कि रिटायरमेंट फंड में नकदी और ETF के हिस्से को अलग-अलग दिखाएगा. वर्तमान में खाते में सिर्फ बचत दिखाई देती है जिसमें नकदी और ETF जैसे हिस्से होते हैं.