इलाहाबाद। इलाहाबाद में बुलडोजर के सहारे माफिया डॉन के तौर पर बदनाम पूर्व बाहुबली सांसद की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह गिराई गई. इस बिल्डिंग का ज़्यादातर हिस्सा महज़ दो से ढाई सेकेंड में ज़मीन पर आ गिरा. बिल्डिंग गिरते ही चारों तरफ धूल का गुबार छा गया. गनीमत यह रही कि उस वक्त बिल्डिंग से कुछ दूर पर खड़े विकास प्राधिकरण और नगर निगम के कर्मचारियों और पुलिसवालों के साथ ही खड़े तमाशबीनों को चोट नहीं आई.
दरअसल सरकारी अमला बाहुबली अतीक की बिल्डिंग का सिर्फ कुछ हिस्सा ही गिराना चाहता था, लेकिन बेहद जर्जर हालत में होने की वजह से तकरीबन अस्सी साल पुरानी यह बिल्डिंग बुलडोज़र चलते ही ज़मींदोज़ होकर मलबे के ढेर में तब्दील हो गई. इन दिनों देवरिया जेल में बंद अतीक के परिवार वालों ने इसे प्रशासन की मनमानी करार देते हुए मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ले जाने की धमकी दी है. अतीक ने तकरीबन बारह साल पहले इस बिल्डिंग को अपने छोटे भाई पूर्व विधायक अशरफ के नाम से खरीदा था.
दरअसल यूपी की योगी सरकार के इशारे पर इलाहाबाद का प्रशासन इन दिनों पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. चौदह अगस्त को अतीक की तमाम बेनामी सम्पत्तियों को ज़मींदोज़ किया गया. अतीक की एक बिल्डिंग शहर के जानसेनगंज चौराहे पर है. इलाहाबाद में इन दिनों कुंभ मेले के मद्देनजर सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है.चौड़ीकरण की जद में अतीक की इस बिल्डिंग का कुछ हिस्सा भी आ रहा था.
शनिवार को बिल्डिंग का कुछ हिस्सा मजदूर लगाकर तोड़ा गया, लेकिन बेहद व्यस्त चौराहे पर धीमी गति से काम होने की वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पाने के लिए रविवार को बुलडोजर की मदद ली गई. बुलडोजर ने जैसे ही काम शुरू किया, बिल्डिंग का ज़्यादातर हिस्सा ताश के पत्तों की तरह गिर पड़ा और चारों तरफ धूल का गुबार छा गया.