लखनऊ। कुख्यात बदमाश विकास दुबे का सहयोगी प्रभात मिश्रा की उम्र पर विवाद खड़ा हो गया है। पुलिस ने प्रेस नोट में प्रभात की उम्र 20 साल बताई थी, जबकि मंगलवार को उसके परिवार ने मार्कशीट और आधार कार्ड दिखाकर दावा किया कि प्रभात की उम्र 17 साल थी।
प्रभात की बहन ने उसकी की हाईस्कूल परीक्षा यूपी बोर्ड-2018 की मार्कशीट में उसकी जन्मतिथि 27 मई 2004 लिखी है। उसमें उसका नाम कार्तिकेय पुत्र राजेंद्र कुमार दर्ज है। आधार कार्ड में उसका नाम कार्तिकेय पुत्र राजेंद्र कुमार, पता- ग्राम बिकरू पोस्ट कंजती जिला कानपुर नगर-209204 दर्ज है। बहन ने कहा कि उसके पिता कभी विकास के पास नहीं उठते-बैठते थे। बहन बोली मेरे परिवार का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। भाई को तो पहले ही बिना गलती मार दिया। वह तो नाबालिग था।
वहीं, सोमवार देर रात कानपुर से गिरफ्तार हुए शशिकांत ने बताया कि प्रभात मिश्रा अपने आका विकास दुबे की जगह लेना चाहता था। प्रभात बीस दिन पहले ही 18 साल का हुआ था लेकिन किसी की जान लेना, खुलेआम फायरिंग करने से उसे हिचक नहीं होती थी। विकास की दबंगई से वह काफी प्रभावित था।
शशिकांत के घर में डेयरी का काम होता है। वह आसपास के गांवों में दूध की सप्लाई करता था। विकास के संपर्क में आने के बाद से उसका अपने काम में दिमाग कम और दबंगई करने में ज्यादा लगने लगा था। डेयरी की आड़ में प्रभात ने तमंचा बनाना सीख लिया था। डेयरी में ही वह तमंचा बनाता था। विकास के लिए उसने पहले भी कई बार फायरिंग की थी। इससे वह बहुत जल्दी विकास दुबे के करीब आ गया था।
सेल्फ लोड ऑटोमेटिक राइफल से की थी फायरिंग
प्रभात इतनी तेजी से जरायम की दुनिया में उठ रहा था कि विकास ने सेल्फ लोड ऑटोमेटिक रायफल प्रभात के हाथ में थमा दी थी। घटना वाले दिन प्रभात ने इसी राइफल से फायर किए थे। कुछ पुलिस कर्मियों को उसने सीधी गोली मारी थी। घटना के बाद वह गांव से फरार हो गया था।
ऐसा कोई असलहा नहीं था जो नहीं चला पाता था
पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि प्रभात सारे असलहा चला लेता था। तमंचे से लेकर ऑटोमेटिक राइफल, पिस्टल, रिवाल्वर। वह विकास के कहने पर कुछ भी कर सकता था। उसने कई बार इस बात का सार्वजनिक तौर पर इजहार किया था।
आपको बता दें कि प्रभात मिश्रा को 7 जुलाई की रात फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। यूपी पुलिस प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी तभी बीच रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। इसी दौरान प्रभात पुलिस एनकाउंटर में मारा गया।