लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कबीर मठ प्रबंधक धीरेंद्र दास की हत्या करने में शामिल 25 हजार के इनामी बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू मड़ियांव इलाके में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया है।
सोमावर की सुबह लगभग 10:30 बजे डालीगंज में करीब मठ के प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास को कुछ लोगों ने गोली मार दी थी। घायल अवस्था में धीरेंद्र को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। बाबा धीरेन्द्र दास की बुधवार को ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार देर रात इस मामले में प्रबंधक के पूर्व शिष्य व साथी को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा किया था।
डीसीपी उत्तरी शालिनी ने बताया कि मूलत: बाराबंकी निवासी धीरेन्द्र दास डालीगंज क्रॉसिंग के पास सीतापुर रोड पर स्थित श्री कबीर मठ के प्रबंधक थे। सोमवार सुबह शादी समारोह के लिए मठ परिसर की बुकिंग कराने के बहाने पहुंचे तीन बदमाशों ने धीरेन्द्र दास को गोली मार दी थी। उन्हें कमर के ऊपर व जबड़े में गोली लगी थी। पुलिस ने उन्हें गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने उन्हें वेंटीलेटर पर रखा था, जहां बुधवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ले ली।
डीसीपी ने बताया कि इस मामले में मड़ियांव के फैजुल्लागंज निवासी आलोक वर्मा और सुधीर पाण्डेय को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा किया जा चुका है। घटना की साजिश धीरेन्द्र दास के पूर्व शिष्य आलोक वर्मा ने ही रची थी। उनके पास से घटना में इस्तेमाल टाटा जेस्ट कार व तमंचा बरामद किया जा चुका है। वहीं, आलोक और सुधीर ने उन तीन लोगों के नाम भी कबूल दिए हैं, जिन्होंने मठ में घुसकर प्रबंधक को गोली मारी थी।