छोटे-छोटे जज देश में आग लगवाना चाहते हैं: अजमेर शरीफ विवाद पर क्या बोल गए रामगोपाल यादव

अजमेर शरीफ दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए दायर याचिका कोर्ट में मंजूर होने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है।

छोटे-छोटे जज देश में आग लगवाना चाहते हैं: अजमेर शरीफ विवाद पर क्या बोल गए रामगोपाल यादवअजमेर शरीफ दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए दायर याचिका कोर्ट में मंजूर होने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। विवाद पर अपनी बात रखते हुए समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने जजों को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी है। यादव ने एएनआई से बातचीत में कह दिया कि छोटे छोटे जज देश में आग लगवाना चाहते हैं। हाल में उन्होंने रिटायर हो चुके चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को लेकर भी विवादित टिप्पणी कर दी थी और बाद में यूटर्न ले लिया था।
राजस्थान के अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए एक वाद स्थानीय अदालत में दायर किया गया है। अदालत ने बुधवार को याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार करते हुए तीन पक्षकारों को नोटिस जारी किया। वादी विष्णु गुप्ता के वकील योगेश सिरोजा ने अजमेर में बताया कि वाद पर दीवानी मामलों के न्यायाधीश मनमोहन चंदेल की अदालत में सुनवाई हुई। सिरोजा ने कहा, ‘दरगाह में एक शिव मंदिर होना बताया जा रहा है। उसमें पहले पूजा पाठ होता था… पूजा पाठ दोबारा शुरू करवाने के लिये वाद सितंबर 2024 में दायर किया गया। अदालत ने वाद स्वीकार करते हुए नोटिस जारी किए हैं।’ उन्होंने बताया कि इस संबंध में अजमेर दरगाह कमेटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) कार्यालय-नयी दिल्ली को समन जारी हुए हैं।