Pulwama Terror Attack: क्या उरी की तरह लिया जाएगा पुलवामा का बदला, फिर होगी सर्जिकल स्ट्राइक?

नई दिल्ली। कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले ने पूरे देश को दहला दिया है. पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के इशारे पर हुए इस हमले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पड़ोसी मुल्क अपनी नापाक हरकतों से मानने वाला नहीं है. 2016 में उरी में हुए हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को जरूर मुंहतोड़ जवाब दे दिया गया था, लेकिन इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है. वहीं बीजेपी ने कहा है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान का क्या हश्र होने वाला है, इसका उन्हें अंदाजा नहीं है. ऐसे में माना जा रहा कि मोदी सरकार एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट टू के जरिए पड़ोस में पल रहे आतंक के फन को कुचल सकती है.

राजनाथ लखनऊ से लौटे दिल्ली, एक्शन में अजीत डोवाल

पुलावामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले के फौरन बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से दिल्ली पहुंच गए हैं. उन्होंने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से पूरी जानकारी ली. उन्होंने सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर से पूरे हालात की रिपोर्ट ली है. राजनाथ अब कल श्रीनगर जाएंगे. दूसरी तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. सीआरपीएफ से अधिकारियों से वे पूरी जानकारी ले रहे हैं.

डोवाल ने ही की थी सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग

गौरतलब है कि 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक अजीत डोवाल की निगरानी में ही की गई थी. उन्होंने इस पूरे ऑपरेशन की रूपरेखा तय की थी. इस ऑपरेशन को इतना खुफिया रखा गया था कि किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी थी.

संबित पात्रा बोले- पाकिस्तान को उसके हश्र का अंदाजा नहीं

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि भारत की सरकार और भारत की जनता को पाकिस्तान ने ललकारा है. आने वाले दिनों में पाकिस्तान का क्या हश्र होने वाला है, इसका उन्हें अंदाजा नहीं है. पाकिस्तान को पिछली बार सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए मजा चखाया गया था. उनके आतंकियों को तबाह किया था. पात्रा ने कहा कि आतंकियों को अब सीमा पर ही मार दिया जा रहा है. इसलिए वे बुरी तरह फ्रस्ट्रेट हैं.

जब उरी में हमले से दहल गया था देश

18 सितंबर 2016 को आतंकियों ने उरी में बड़ा हमला किया था. अपने कैंप में सो रहे निहत्थे सैनिकों को आतंकियों ने निशाना बनाया था. इस हमले में 19 जवान शहीद हुए थे. इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था. मोदी सरकार ने तभी कहा था कि आतंकियों को इसका जवाब दिया जाएगा. 10 दिन तक छाई चुप्पी ने पूरे देश को बेचैन कर दिया था. लेकिन मोदी सरकार ने इसी बीच बड़ी खुफिया तैयारी की, जिसका अंजाम 30 सितंबर को पूरी दुनिया ने देखा.  28-29 की दरम्यानी रात को पीओके में तीन किलोमीटर अंदर घुसकर भारतीय सेना ने आतंकियों के कैंपों को उड़ा दिया था. भारतीय सेना के बहादुर स्पेशल फोर्सेज के 7 दस्तों ने इस पूरे ऑपरेशन को बखूबी अंजाम दिया. बिना किसी जवान को खोए दुश्मन के घर घुसकर भारतीय रणबांकुरों ने 50 से अधिक आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया था.

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