नई दिल्ली। पाकिस्तान के बालकोट में जहां भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक की वो पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के मनसेरा जिले का हिस्सा है. यहां पर वर्ष 2001 के से जैश ए मोहम्मद का टेरेरिस्ट कैंप चल रहा था. खैबर पख्तूनख्वा के ही एबोटाबाट में ही अल कायदा का प्रमुख ओसामा बिन लादेन छिपा हुआ था. वहीं पर वर्ष 2011 में अमेरिकी सील कमांडोज़ ने एक सीक्रेट ऑपरेशन में उसे ढेर किया था.
बालाकोट की दूरी एलओसी से करीब 80 किलोमीटर की है. वहां तक पहुंचने के लिए भारतीय लड़ाकू विमानों ने ना केवल एलओसी पार की बल्कि पीओके (यानि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) को पार किया और फिर पीकेपी पहुंचे. पीकेपी को पहले एनडब्लूएफपी यानि नार्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रोविंस के नाम से जाना जाता था और इसकी राजधानी पेशावर में है. ये इलाका आतंकियों की पनाहगार के तौर पर जाना जाता है. यहां अल कायदा और जैश ए मोहम्मद के ठिकाने हैं और ट्रेनिंग कैंप भी हैं.
आईसी814 हाईजैकिंग के बाद जब मसूद अजहर को भारत ने अफगानिस्तान में छोड़ा था तो वहां से तुरंत बाद आईएसआई उसे पाकिस्तान में ले आई. यहां आकर उसने अपना मुख्यालय तो पंजाब प्रांत के बहावलपुर में बनाया लेकिन 2001 में आतंकियों के लिए ट्रैनिंग कैंप बनाया बालाकोट में. यहां पर जैश के साथ साथ लश्कर और दूसरे आतंकियों को आईएसआई और पाकिस्तानी सेना भारत में घुसपैठ और आतंकी हमले करने की ट्रेनिंग देती है.
जानकारी के मुताबिक, पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने एलओसी पर बने लांच पैड्स पर सक्रिय आतंकियों को हटाकर पीछे पहुंचा दिया था. बालाकोट में बना कैंप भी उन ठिकानों में शामिल था जहां पर इन आतंकियों को भेजा गया था. यही वजह है कि बड़ी तादाद में आतंकी इस कैंप में मौजूद थे जब भारतीय वायुसेना ने ‘बिहाइंड द एनेमी लाइन’ जाकर इस कैंप को तबाह कर दिया.
बताया जा रहा है कि जहां ये कैंप था वहां कम से कम तीन चार इमारतें थीं. ये सभी बिल्डिंग तबाह हो गई हैं. ये कैंप बालाकोट के जाबा जंगलों में एक पहाड़ पर बना था. इसके आसपास कोई रिहायशी इलाका नहीं है. यही वजह है कि भारत की एयर स्ट्राइक में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक की हताहत होने की खबर नहीं मिली है.
भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना बौखलाई नजर आई. पहले उसने कहा कि मुजफराबाद और बालाकोट में भारतीय जेट्स घुस गए हैं. लेकिन जब लगा कि भारत के लड़ाकू विमान ज्यादा अंदर घुस गए हैं तो पाकिस्तानी सेना ने अपना बयान बदल दिया और पूंछ सेक्टर के करीब जो बालाकोट है वहां ये हमला हुआ है. लेकिन केपीके के बालाकोट के रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों ने पोल खोल दी और बताया कि मनसेरा के बालाकोट में ही सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट-टू हुई है. थोड़ी देर में भारत के विदेश सचिव ने भी बयान जारी कहा कि ये बालाकोट खैबर पख्तूनख्वा में ही और वहीं पर जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकाने को तबाह कर दिया गया जहां पर भारत पर हमले करने के लिए और सुसाइड बॉम्बर्स तैयार किए जा रहे थे.