नई दिल्ली। रविवार शाम दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के पास एक गाड़ी में अचानक आग लगने से एक महिला और उसकी दो बेटियों की मौत हो गई. जबकि कार चला रहे महिला का पति और एक बेटी की जान बच गई. इस घटना में मृतक महिला अंजना मिश्रा के परिवार वालों ने गंभीर आरोप लगाए हैं और मामले की जांच की मांग की है.
दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में शवगृह के बाहर मौजूद मृतक महिला अंजना मिश्रा के परिवावालों ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए आरोप लगाया कि ये हादसा नहीं बल्कि एक साजिश है. अंजना के पति उपेन्द्र मिश्रा के अलावा उसकी 4 साल की बेटी निक्की भी इस घटना में बच गई. अंजना के परिवार वालों का कहना है कि निक्की बार बार हाथ से इशारा करके बताती है कि पापा ने माचिस से जलाया. परिवारवालों का आरोप है कि उपेन्द्र, अंजना को पसंद नहीं करता था और अक्सर मारता पीटता था. 3 बेटियां होने की वजह से भी वो खुश नहीं था.
मृतक अंजना के भाई का कहना है कि उपेन्द्र के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने से वो मना करता थी. जिस कार में आग लगी वो कार उपेन्द्र ने कब खरीदी या कहां से आई इस बात को लेकर भी अंजना के घरवालों को कुछ नहीं पता. परिवार इस घटना कि जांच की मांग कर रहा है. जबकि अंजना के परिवार वालों के आरोपों पर उपेन्द्र का कहना है कि वो हर तरह की जांच के लिए तैयार है.
2005 में हुई थी अंजना और उपेंद्र की शादी
अंजना और उपेन्द्र की शादी 2005 में हुई थी. 3 साल पहले ये लोग गाजियाबाद के लोनी में शिफ्ट हुए थे. अंजना के पति उपेन्द्र ने बताया कि जिस datsun go कार में आग लगी वो बीते शुक्रवार को ही एक एप बेस्ड टैक्सी कंपनी से उसने ली थी. सोमवार से उसके भाई को गाड़ी टैक्सी कंपनी के लिए चलाना शुरू करना था. गाड़ी 2018 मॉडल की सेकंड हैंड थी और पहले से ही सीएनजी फिट थी.
बता दे कि रविवार शाम गाजियाबाद के लोनी इलाके में रहने वाले उपेन्द्र मिश्रा अपनी पत्नी अंजना और तीन बेटियों माही (6 साल), सिद्धि (4 साल) और निक्की (1 साल) के साथ कालकाजी मंदिर दर्शन करने के बाद अक्षरधाम मंदिर की तरफ जा रहे थे. तभी अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास फ्लाईओवर पर उनकी गाड़ी मे अचानक आग लग गयी. उपेन्द्र अपनी एक 4 साल की बेटी निक्की के साथ बाहर निकलने में कामयाब हो गए. लेकिन पत्नी और 2 बेटियां गाड़ी में ही फसी रह गईं.