नई दिल्ली। 11 अप्रैल से प्रस्तावित लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने कमस कस ली है. चुनावों में राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों की ओर से धन के दुरुपयोग को रोकने के लिए आयोग ने बड़ी कमेटी का गठन किया है. इसमें सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक और मौजूदा समय नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के प्रमुख राकेश अस्थाना भी आमंत्रित सदस्य के तौर पर शामिल हैं.
चुनाव आयोग ने कमेटी के चुने हुए सदस्यों को सोमवार को पत्र भी भेज दिया है. चुनाव आयोग में कमेटी की पहली बैठक 15 मार्च को शाम 4 बजे होगी. इस बैठक में चुनाव आयोग की कमेटी के सभी सदस्य शामिल होंगे. चुनाव आयोग की तरफ से मुख्य चुनाव आयुक्त, दोनों चुनाव आयुक्त और बाकी सभी वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे.
कमेटी का मुख्य मकसद चुनाव में अवैध धन के दुरुपयोग को रोकना है ताकि चुनाव में मतदाताओं को धन के प्रभाव से बचाया जा सके. इस कमेटी का खास ध्यान दक्षिण के 4 राज्यों तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना पर होगा. इन राज्यों में धन का दुरुपयोग अधिक होता है.
लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद गठित की गई कमेटी में वितीय एजेंसियों के प्रमुख शामिल हैं. कमेटी में सीबीडीटी के चेयरमैन, केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड के चेयरमैन, प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक, केंद्रीय आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो के निदेशक, वितीय अन्वेषण युनिट के प्रमुख शामिल हैं.