नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता मेनका गांधी इस बार पीलीभीत की जगह सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हैं. मेनका गांधी पीलीभीत से 6 बार सांसद रही हैं और 2009 में आंवला लोकसभा सीट से सांसद चुनी गई थीं. चुनाव की तैयारियों और महागठबंधन की राजनीति के बारे में आजतक ने उनसे खास बातचीत की. इस क्रम में मेनका गांधी ने कहा कि सुल्तानपुर सीट से उनके पति संजय गांधी दो बार और वरुण गांधी पिछली बार चुनाव जीत चुके हैं. इस मुश्किल सीट पर इस बार वे और कार्यकर्ता मिलकर एक बार फिर से मेहनत कर रहे हैं. मेनका गांधी ने अपनी जीत का भरोसा दिया लेकिन इसका कितना अंतर होगा, इसके बारे में कुछ नहीं कहा.
मेनका गांधी ने कहा कि ‘समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार से मुझे कोई खतरा नहीं है और मैं चुनाव जीत रही हूं. मायावती की पार्टी के बारे में हम सब जानते हैं. वो पैसे लेकर टिकट बेचती हैं ये बात कई साल से हम जानते हैं. इस बार सुल्तानपुर में 15 करोड़ में टिकट बेचा गया है.’ मेनका गांधी ने कहा कि ‘मायावती टिकट बेचती हैं, मैं हिम्मत कर के पहली बार बोलती हूं. मुझे लगता है अब और भी लोग बोलेंगे और ये एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनेगा क्योंकि पैसे से टिकट खरीदकर कैसे कैसे लोग जीतकर आते हैं.’
प्रियंका गांधी पर एक सवाल के जवाब में मेनका गांधी ने कहा, ‘उनका चुनाव में कोई प्रभाव नहीं होगा क्योंकि उनके पास कार्यकर्ता नहीं हैं. चुनाव दर चुनाव कार्यकर्ता कम होते जा रहे हैं. दूसरी तरफ उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए उनका कोई प्रभाव नहीं होगा.’ राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि ‘कोई भी व्यक्ति दो सीटों से या उससे भी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकता है. मैं सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हूं, इसका असर अमेठी और रायबेरली में होगा. अभी मैं खुद सुल्तानपुर में अपने चुनाव में व्यस्त हूं. पार्टी ने अभी मुझे अमेठी और रायबरेली में प्रचार के लिए कहा नहीं है, कहेगी तो प्रचार करूंगी.’
मेनका गांधी ने आजतक से कहा कि ‘राहुल गांधी कितनी भी कोशिश कर लें, कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते. अगर कोई करिश्मा हो जाए तो मैं कह नहीं सकती हूं.’ उन्होंने आगे कहा कि दिन प्रतिदिन हमारी स्थिति पहले से बेहतर होती जा रही है. पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतकर हम सरकार बनाने जा रहे हैं. वरुण पीलीभीत से आसानी से चुनाव जीतेंगे क्योंकि वहां मैंने बहुत काम किया है, लोगों को बहुत प्यार दिया है.’ मेनका गांधी ने कहा कि ‘अमेठी और रायबरेली से कौन सीट जीतेगा, ये मैं भविष्यवाणी नहीं कर सकती क्योंकि मैं पीलीभीत से चुनाव लड़ रही होती तो ये नहीं कह सकती थी बरेली में क्या होने वाला है.’
इस बार मेनका गांधी और वरुण गांधी के आग्रह पर बीजेपी ने दोनों की लोकसभा सीटों की अदलाबदली की है. मेनका गांधी को सुल्तानपुर से और वरुण गांधी को पीलीभीत से पार्टी ने टिकट दिया है. वरुण गांधी ने 2014 में सुल्तानपुर से 2 लाख 28 हजार से ज्यादा मतों से चुनाव जीता था. इस बार मेनका गांधी के करीबी नेताओं का दावा है कि सुल्तानपुर से मेनका गांधी इस बार 4 लाख वोटों से चुनाव जीतने जा रही हैं.
मेनका गांधी ने अपने चुनावी भाषण में कहा कि सुल्तानपुर से उनका बहुत पुराना नाता है. मेनका गांधी बताती हैं कि उनके बेटे वरुण गांधी ने भी सुल्तानपुर को अपना कर्म क्षेत्र बनाया और विकास के बड़े बड़े काम किए. अब वो खुद इस बार सुल्तानपुर की सेवा करने आई हैं. मेनका गांधी अपने भाषण में मोदी सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं का बखान करती हैं कि मोदी सरकार ने गरीब लोगों के आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज के लिए पांच लाख रुपए दिए, मुद्रा योजना में काम धंधे के लिए लोन दी गई है. मोदी सरकार ने पक्का घर, उज्ज्वला योजना के तहत गैस दी है, जिन गरीब घरों में बिजली नहीं थी, उन्हें फ्री बिजली का कनेक्शन दिया है.
समाजवादी पार्टी और बीएसपी के गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार पर हमला बोलते हुए मेनका गांधी ने कहा कि आपके तराजू में एक तरफ बंदूकधारी है और दूसरी तरफ मां. अब आपको तय करना है कि किसे चुनना है क्योंकि बंदूकधारी ने 15 करोड़ रुपए में टिकट खरीदा है. अब आप ही सोचें कि अगर कोई 15 करोड़ में टिकट खरीदेगा तो वो इसकी रिकवरी आपकी जेब से करेगा.