मायावती पर लगे बैन ने कराया भतीजे आकाश का सियासी डेब्यू, बनेंगे BSP के उत्तराधिकारी?

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सियासत में आज एक और युवा चेहरे की आधिकारिक एंट्री हो गई है. बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती की गैरमौजूदगी में उनके भतीजे आकाश आनंद ने आगरा में जनसभा की संबोधित किया. मायावती पर चुनाव आयोग ने 48 घंटे तक प्रचार करने पर रोक लगाई है, जिसकी वजह से वह रैली को संबोधित नहीं कर सकती थीं. इसी को बहुजन समाज पार्टी ने भुनाने की कोशिश की और मायावती के उत्तराधिकारी कहे जाने वाले उनके भतीजे आकाश को लॉन्च किया.

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में हुई महागठबंधन की इस जनसभा में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हुए, लेकिन हर किसी की नज़रें आकाश आनंद पर थीं. आकाश ने सबसे पहले जनसभा को संबोधित किया और लोगों के सामने अपनी बुआ मायावती के संदेश को पढ़ा.

आकाश ने लोगों से कहा कि उनकी बुआ आज नहीं आ सकी हैं, इसलिए वह उनका संदेश लेकर सामने आए हैं. बुआ का संदेश है कि आप उनके उम्मीदवारों को बड़े अंतर से जिताएं और विरोधियों की जमानत जब्त करवाएं. आकाश ने कहा कि यही हमारा मुख्य चुनाव आयोग को सही जवाब होगा.

बता दें कि इससे पहले देवबंद में हुई महागठबंधन की पहली साझा रैली में आकाश आनंद शामिल हुए थे, हालांकि तब उन्होंने कोई संबोधन नहीं किया था. आकाश आनंद बसपा प्रमुख मायावती के छोटे भाई आनंद के बेटे हैं और विदेश से पढ़ाई करके लौटे हैं.

मायावती ने इससे पहले अपने भाई आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था, हालांकि उन्होंने तब ये भी कहा था कि वह विधायक, सांसद, मंत्री या मुख्यमंत्री पद नहीं लेंगे. लेकिन बाद में हुए विवाद की वजह से उन्होंने आनंद को पद से हटा दिया था.

पिछले काफी समय में ऐसे कई मौके आए हैं, जब आकाश मीडिया के सामने आए हैं. हाल ही में जब मायावती के  जन्मदिन का कार्यक्रम हुआ तब भी आकाश ही छाए रहे थे, यही कारण रहा कि आकाश को मायावती के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाने लगा.

बीते दिनों जब मायावती ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एंट्री की, तब भी यही बात सामने आई थी कि ये आकाश के कहने पर ही हुआ है. इससे पहले मायावती हमेशा मीडिया से दूर ही रहती थीं, लेकिन अब लगातार वह हर मुद्दे पर ट्वीट करती हैं और बयान जारी करती हैं.

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