गोडसे पर बयान देकर फंस गए कमल हासन, रोहतगी ने बनाया वीडियो तो सरदाना ने ट्वीट कर दिखा दिया आईना

नई दिल्ली । कमल हासन ने एक रैली के दौरान हिंदू आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दे डाला । हासन ने चुनावी रैली में गोडसे को आतंकी कहा, इस बयान को लेकर राजनीति में भूकंप आ गया है । बयान को लेकर सियासी घमासान छिड़ गया । राजनीतिक बयानों से इतर कुछ बयान ऐसे भी आ रहे हैं जो कमल हासन के बयान से इत्‍तेफज्ञक नहीं रखते । एक्‍ट्रेस पायल रोहतगी सोशल मीडिया पर खासी एक्टिव रहती हैं, रोहतगी ने वीडियो बनाकर कमल हासन को इस बयान के लिए जमकर निशाने पर लिया है ।

रोहतगी का वीडियो कमेंट
एक्‍ट्रेस पायल रोहतगी ने कमल हासन के इस बयान की निंदा करते हुए वीडियो पोस्‍ट किया है । पायल ने इस पर कैप्‍शन दिया है –  एक हिंदू ने दूसरे हिंदू को मारा. इसे आप क़त्ल कह सकते हैं, आतंकवाद कैसे? आतंकवादी वो होते हैं जो अपने से अलग धर्म के लोगों को मारते हैं क्योंकि उनको वो दूसरे धर्म से नफ़रत होती है। बुढ़ापे में अक्सर लोग सठिया जाते हैं । कमल हासन अपना राजनीति करियर शुरू करने के लिए नाथूराम गोडसे को को भारत का पहला आतंकवादी कहते हैं । हिंदू को लेकर इतनी नफरत ठीक नहीं है ।

रोहित सरदाना का ट्वीट
वहीं ऐसे मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने वाले एंकर रोहित सरदाना ने कमल हासन के बयान की निंदा की है । सरदाना ने ट्वीट किया – अगर आतंकवाद की परिभाषा यही है जो कमल हसन और असदुद्दीन ओवैसी दे रहे हैं, तो भारत का पहला आतंकवादी नाथूराम गोडसे नहीं, अब्दुल रशीद था. जिसने 23 दिसम्बर 1926 को स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती की हत्या कर दी थी, ठीक वैसे ही जैसे गोडसे ने गांधी जी की ।

कमल हासन का बयान
आपको बता दें कमल हासन ने रविवार को तमिलनाडु के अरवाकुरिची में एक चुनावी अभियान को संबोधित करते हुआ कहा था कि नथुराम गोडसे आज़ाद भारत के पहले अतिवादी थे और वो हिन्दू थे । रैली में कमल हासन ने कहा कि –  ”हमारे राष्ट्र ध्वज में तीन रंग हैं जो कि अलग-अलग मतों का प्रतिनिधित्व करते हैं पर एक साथ रहते हैं ।” हासन की जनसभा मुस्लिम बहुल इलाक़े में थी । उन्होंने इसका भी जिक्र करते हुए कहा – ”मैं ये बात इसलिए नहीं कह रहा हूं कि मुस्लिम बहुल इलाक़े में हूं । मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि यहां गांधी की प्रतिमा है । आज़ाद भारत का पहला अतिवादी हिन्दू था और उसका नाम नथुराम गोडसे था । यहीं से अतिवाद शुरू होता है । अच्छे भारतीय समानता की चाहत रखते हैं और तिरंगे में तीनों रंगों को साथ रखना चाहते हैं. मैं एक अच्छा भारतीय हूं और इसे मैं गर्व से कहता हूं। ” हासन के बयान का आवैसी ने भी समर्थन किया था ।

रोहित सरदाना

@sardanarohit

अगर आतंकवाद की परिभाषा यही है जो कमल हसन और असदुद्दीन ओवैसी दे रहे हैं, तो भारत का पहला आतंकवादी नाथूराम गोडसे नहीं, अब्दुल रशीद था. जिसने 23 दिसम्बर 1926 को स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती की हत्या कर दी थी, ठीक वैसे ही जैसे गोडसे ने गांधी जी की.

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