दिग्विजय सिंह फिर संन्‍यास की ओर, साध्‍वी प्रज्ञा ने भोपाल में बांधा समां, कांग्रेस दफ्तर में सन्‍नाटा

भोपाल। लोकसभा चुनाव के नतीजे भोपाल में भी बीजेपी के पक्ष में ही नजर आ रहे हैं । मध्‍यप्रदेश की चर्चित सीट रही भोपाल लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी ने साध्‍वी प्रज्ञा पर दांव खेला, कांग्रेस के दिग्विजय सिंह यहां से कांग्रेस की ओर से मैदान में हैं । मतगणना के अब तक के मिले रूझानों में बीजेपी इस सीट पर बहुमत हासिल करती दिख रही है । राजधानी भोपाल में एक बार फिर बीजेपी का कब्‍जा होता नजर आ रहा है । साध्‍वी प्रज्ञा ने कुछ देर पहले ही अपना मौन व्रत खत्‍म किया है, और जय श्री राम के नारे लगाए।

साध्‍वी के घर जश्‍न का मौहाल
भोपाल में साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर के घर जश्‍न का माहौल है । प्रज्ञा ने मौन व्रत तोड़ने के बाद सबसे पहले जय श्री राम के नारे लगाए और विक्ट्री साइन दिखाया। प्रज्ञा दिग्विजय सिंह से आगे चल रही हैं । भोपाल में प्रज्ञा ठाकुर के घर के बाहर जश्न का माहौल है । पहले राउंड में प्रज्ञा ठाकुर को 41595 और दिग्विजय सिंह को मिले 22089 वोट मिले हैं ।दिग्विजय सिंह ने नहीं छोड़ी उम्‍मीद
वहीं शुरुआती रुझान पक्ष में ना आने के बावजूद दिग्विजय सिंह के भाई ने कहा कि उन्‍होने उममीद  नहीं छोड़ी है । वहीं कांग्रेस उम्‍मीदवार और मध्‍प्रदेश के पूर्व सीएम रह चुके दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनके लिए चुनाव जीतना बहुत महत्वपूर्ण हैं । सिंह ने एग्जिट पोल को बोगस बताया । आपको बता दें भोपाल संसदीय क्षेत्र 1984 से बीजेपी का किला है । पिछले आठ चुनाव से यहां बीजेपी का ही कब्जा रहा है ।इस बार हुआ रिकॉर्ड मतदान
इस बार के लोकसभा चुनावों में भापाल सीट पर रिकॉर्ड मतदान दर्ज किया गया । 1957 के बाद से अब तक हुए चुनाव में पहली बार 2019 में सबसे ज्यादा 65.69 फीसदी मतदान हुआ। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां 57.79 फीसदी मतदान हुआ था । आंकड़ों के मुताबिक भोपाल सीट पर एक बार 1977 में इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव में 61.76% और दूसरी बार 1999 में 61.88% मतदान हुआ था । उसके बाद से ये तीसरी बार है जब यहां रिकॉर्ड वोटिंग दर्ज की गई । बहरहाल साध्‍वी प्रज्ञा बीजेपी को ट्रंप कार्ड साबित हो रही है, बहुत संभव है कि दिग्विजय सिंह हार के बार फिर संन्‍यास साध लें जैसा उन्‍होने उमा भारती के जीतने के बाद किया था ।

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