नई दिल्ली। देश की सबसे हाई-प्रोफाइल सीट भोपाल से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह चुनाव हार गए. चुनाव हारने के बाद दिग्विजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अपने हार पर लोगों से बात की. उन्होंने कहा महात्मा गांधी के हत्यारे वाली विचारधारा जीत गई और देश में महात्मा गांधी की विचारधारा हार गयी. दिग्विजय सिंह ने कहा ये सबसे बड़ी चिंता की बात है. दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि विकास को लेकर भोपाल की जनता से उन्होंने जो वायदे किए हैं उन्हें पूरा करने के लिए मैं हर संभव कोशिश करूंगा. मैं हारने के बाद भी भोपाल के लोगों के साथ रहूंगा.
दिग्विजय सिंह ने नतीजों से पहले बीजेपी की भविष्यवाणी पर सवाल उठाया. उन्होंने हैरानी जताई कि बीजेपी ने 2014 में 280 पार का नारा दिया था और उतनी ही सीटें उसे हासिल हुईं. 2019 के चुनाव में उसने 300 पार का नारा दिया और इस बार भी बात सही साबित हुई. न्होंने कहा कि, बीजेपी के पास ऐसी कौन सी छड़ी है जो कहते हैं वह पूरा हो जाता है.
बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा ने पराजित किया दिग्विजय सिंह को
मालेगांव बम विस्फोट की आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को 3,64,822 मतों के भारी अंतर से पराजित कर यह प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव जीत गयीं हैं. पूरे देश की निगाहें इस चुनाव पर लगी हुई थी.
निर्वाचन आयोग की आधिकारिक घोषणा के अनुसार भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर को कुल 8,66,482 वोट मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के दिग्विजय सिंह को 5,01,660 मत मिले. इस प्रकार प्रज्ञा सिंह ठाकुर 3,64,822 मतों के बड़े अंतर से इस प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में विजयी घोषित की गयीं. भोपाल लोकसभा सीट पर नोटा सहित कुल 31 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे और 5,430 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाना पसंद किया.