तेजस्वी के रवैये से विधायकों में बेचैनी, पार्टी में मच सकती है खलबली, लालू प्रसाद यादव भी परेशान

पटना। बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र इसी सप्ताह 28 जून से शुरु होने जा रहा है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहां है, ये चुनिंदा लोगों को ही पता है। राजद नेता तेजस्वी को लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही है, हालांकि तेजस्वी की गैरमौजूदगी में राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और भोला यादव सदन में विपक्ष की भूमिका निभाने को तैयार हैं, लेकिन तेजस्वी की गैरमौजूदगी से मॉनसून सत्र के पहले राजद बड़े संकट में घिरती दिख रही है।

छुट्टी पर हैं
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने लालू यादव के छोटे बेटे का बचाव किया है, उन्होने कहा कि तेजस्वी ने लोकसभा चुनाव के दौरान जीतोड़ मेहनत किया था, फिलहाल वो छुट्टी पर हैं, उनकी गैरमौजूदगी में पार्टी पूरी तरह से सक्रिय है। मीडिया उनके लापता होने का सवाल क्यों उठा रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें उम्मीद है, कि नेता प्रतिपक्ष विधानसभा मॉनसून सत्र शुरु होने से पहले ही पटना लौट आएंगे।

लालू ने दी घर लौटने की हिदायत
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव करीब एक महीने से पटना से बाहर हैं, इस बीच उनके घर पर हुए इफ्तार या फिर मुजफ्फर में बच्चों की मौत सबसे उन्होने खुद को दूर रखा, राजद सूत्रों का दावा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने खुद तेजस्वी से फोन पर बात की है और जल्द पटना लौटने को कहा है। हालांकि तेजस्वी के इस रवैये से पार्टी के विधायक हताश दिख रहे हैं, उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद तेजस्वी के रुख से पार्टी जितनी निराश और हताश है, ऐसी हताशा तो 2010 विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी नहीं हुई थी, मालूम हो कि 2010 विधानसभा चुनाव में राजद 23 सीटों पर सिमट गई थी।

पार्टी में बेचैनी
पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि अगर अगले कुछ दिन ऐसे ही हालात रहे, तो आने वाले समय में विधायक अपने क्षेत्र के समीकरण के मुताबिक बीजेपी और जदयू में जाने की प्रक्रिया शुरु कर देंगे, वहीं पार्टी में लालू प्रसाद के करीबियों का कहना है कि तेजस्वी का बर्ताव समझ से परे है। आपको बता दें कि तेजस्वी यादव को लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं, कोई उनके दिल्ली में होने का दावा कर रहा है, तो कोई सिंगापुर में, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके इंग्लैंड में विश्वकप देखने की बात कही जा रही है, लेकिन असल में तेजस्वी यादव कहां हैं, ये गिने-चुने लोगों को पता है। फिलहाल उनका परिवार इस पर कुछ भी बोलने को तैयाप नहीं है।

गुमशुदगी के पोस्टर
पिछले सप्ताह मुजफ्फरपुर में तेजस्वी यादव के गुमशुदगी के पोस्टर लगाये गये, उनका पता बताने वाले या ढूंढकर लाने वाले को 5100 रुपये ईनाम देने की घोषणा की गई। आपको बता दें कि 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से तेजस्वी गायब हैं, वो 28 मई को हार की समीक्षा के लिये बुलाई गई राजद की समीक्षा बैठक में भी नहीं पहुंचे थे।

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