दुबई। भारतीय क्रिकेट टीम के अपने सभी एशिया कप मैच दुबई में खेलने जबकि बाकी अन्य टीमों के दुबई और अबु धाबी दोनों जगह खेलने पर पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने नाराजगी जताई. भारत को अपने दो मैच अबु धाबी में खेलने थे, लेकिन कार्यक्रम में बदलाव किया गया जिससे कि रोहित शर्मा की टीम अपने सभी मैच दुबई में खेले. भारत के पक्ष में कार्यक्रम में बदलाव के बारे में पूछने पर सरफराज ने कहा, ”आप कार्यक्रम देखो तो अगर भारत पूल मैच हार भी जाता है तो भी वह दुबई में खेलेगा. यात्रा मुद्दा है. अगर आपको 90 मिनट की यात्रा करनी है और सिर्फ एक दिन के अंतर में मैच खेलना है तो यह चुनौतीपूर्ण है”
सरफराज अहमद ने कहा, ”मुझे लगता है कि यह सभी टीमों के लिए समान होना चाहिए फिर टीम चाहे भारत हो या पाकिस्तान. मुझे नहीं पता कि इसके पीछे एशियाई क्रिकेट परिषद का क्या विचार है. मुझे लगता है कि पीसीबी इस मामले पर गौर कर रहा है.”
पता चला है एशिया कप टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहे बीसीसीआई ने व्यावसायिक हितों को ध्यान में रखते हुए स्थलों में बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. दुबई में मौजूद बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ”दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की क्षमता 25000 दर्शकों की है जो अबु धाबी में शेख जायेद स्टेडियम से 5000 अधिक है. भारत बनाम पाकिस्तान या भारत बनाम बांग्लादेश मैचों के लिए स्टेडियम के पूरा भरा होने की उम्मीद है. बीसीसीआई को सिर्फ टिकट की बिक्री का पैसा मिल रहा है और हम 5000 सीटों से समझौता कैसे कर सकते हैं.”
टूर्नामेंट से पहले भी हुआ था विवाद
इस मैच के समय को लेकर हालांकि, पहले ही विवाद हो चुका है. टूर्नामेंट का कार्यक्रम घोषित होने के बाद की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई ने इस कार्यक्रम पर आपत्ति जताई थी. वहीं, कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने इस पर सवाल किए थे. टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने तो टूर्नामेंट से बायकॉट करने की सलाह भी दी थी. आयोजकों ने हालांकि मैच की तारीख में बदलाव नहीं किया था और भारत को यह मैच बिना किसी अंतराल के बिना भी खेलना पड़ेगा.
‘हम भारत-पाकिस्तान मैच को अन्य मैचों जैसा ही ले रहे’
पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद का कहना है कि खिलाड़ी भारत के खिलाफ होने वाले मैच को अन्य मैचों की तरह ही देखते हैं. सरफराज ने एशिया कप में भारत के खिलाफ होने वाले मैच की पूर्वसंध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, “भारत-पाकिस्तान मैच में हमेशा दबाव रहता है. हमने खिलाड़ियों से कहा दिया है कि यदि वे टूर्नामेंट जीतना चाहते हैं तो उन्हें प्रत्येक मैच को भारत-पाकिस्तान मैच की तरह लेना होगा. यहां दबाव तो है, लेकिन हम चाहते हैं कि इसका प्रभाव हमारे ऊपर न पड़े और हम अच्छा प्रदर्शन करें.”
उन्होंने कहा, “एक खिलाड़ी के रूप में हम भारत-पाकिस्तान को सामान्य रूप से देखते हैं. लेकिन जब मैच होता है और टीवी पर इसकी चर्चा होती है तो इसके प्रचार का प्रभाव पड़ता है.” कप्तान ने कहा, “बहुत से लोग यह कहते हैं कि यह मैच पाकिस्तानी गेंदबाजों और भारतीय बल्लेबाजों के बीच का मुकाबला है. लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता.” यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें इंग्लैंड में पिछले साल खेले गए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के जैसा ही मुकाबले की उम्मीद है, सरफराज ने कहा, “यह अतीत का एक समय था जो अब गुजर गया है. यह हमारे लिए एक यादगार मैच था और हमारी यादों में हमेशा रहेगा.”