नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड सौदे के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के भारत में प्रत्यर्पण किए जाने की खबरें लगातार आ रही हैं. दुबई की एक अदालत में इस पर सुनवाई जारी है. लेकिन इन खबरों का खंडन करते हुए मिशेल ने कहा है कि मेरे खिलाफ कोई प्रत्यर्पण का ऑर्डर ही जारी नहीं हुआ है.
क्रिश्चियन मिशेल ने कहा कि ये सिर्फ एक नॉर्मल कोर्ट की सुनवाई थी. मिशेल और उसकी इटालियन वकील रोज़मेरी का कहना है कि कोर्ट ने सिर्फ कहा है कि प्रत्यर्पण की संभावनाएं हैं, जो कि एक सामान्य टिप्पणी है. इसका मतलब ये है कि हमें अपना केस डिफेंड करना है.
मिशेल ने कहा कि मेरे वकील ने मुझे कहा है कि हम सिर्फ अपने केस पर ध्यान दें. बता दें कि इंडिया टुडे के हाथ लगे सूत्रों के मुताबिक सुनवाई के दौरान दुबई कोर्ट ने क्रिश्चियन मिशेल के बचाव के तर्कों को अस्वीकार कर दिया है. अब उसे भारतीय जांच एजेंसियों के हवाले किए जाने की संभावना बढ़ गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स पर कमेंट करते हुए मिशेल ने कहा कि रिपोर्ट्स जो कहना चाहे वह सकती हैं लेकिन हम कोर्ट के आदेश पर ही चलेंगे. वकील रोज़मेरी ने कहा कि मुझे इसके लिए इटली वापस जाना पड़ेगा, वहां से सारे डॉक्यूमेंट लेकर आवा पड़ेगा. इसकी तैयारी करनी होगी इसके बाद ही कोर्ट में अपना पक्ष रखें.
जांचकर्ताओं के मुताबिक मिशेल को 3,700 करोड़ रुपये की हेलिकॉप्टर डील में हुई कथित घूसखोरी के बारे में सारी जानकारी है. जांच एजेंसियों के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया है कि ताजा सुनवाई मिशेल को भारत प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया का ही हिस्सा है. हालांकि अभी भारतीय एजेंसियों को यूएई अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक आश्वासन नहीं मिला है.
भारतीय अधिकारियों ने यूएई की अदालत में हुई कार्यवाही और निर्देशों को अनाधिकारिक तरीके से प्राप्त कर उसका अरबी से अंग्रेजी में अनुवाद करवाया है.