जम्मू-कश्मीर। जम्मू कश्मीर: दक्षिण कश्मीर के शोपियां से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. आतंकियों ने जम्मू कश्मीर पुलिस के तीन एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफीसर) की अगवा कर हत्या कर दी है. आतंकियों ने सिर्फ एक पुलिस कॉन्सटेबल के भाई को रिहा किया है. आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के 10 पुलिसवालों के घर को निशाना बनाया था और तीन पुलिसवालों को अगवा कर ले गए थे, आज उनके शव बरामद हुए. जिन पुलिसवालों की हत्या हुई है, उनके नाम फिरदौस अहमद, कुलदीप सिंह और निशान अहमद है. लापात जवान की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था.
पंचायत चुनाव का विरोध कर रहे हैं आतंकी
ये बात जगजाहिर है कि आतंकियों का लोकतंत्र में रत्तीभर भरोसा नहीं है. आतंकी जम्मू कश्मीर में होने जा रहे पंचायत चुनाव का विरोध कर रहे हैं. चुनाव में पुलिस कर्मियों को ड्यूटी करने रोकने और उन्हें हतोत्साहित करने के लिए आतंकी इस तरह के कदम उठा रहे हैं. चुनाव की घोषणा के बाद अब तक सात पंचायती घरों को फूंका गया है. एसपीओ नौकरी छोड़ने की धमकी दी जा रही है.
चार दिन पहले ही आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने एक आॉडियो क्लिप जारी कर एसपीओ को इस्तीफा देने की धमकी दी थी. धमकी में कहा गया था कि सभी एसपीओ अपने इस्तीफे का एलान स्थानीय मस्जद से जाकर करें. बात ना मानने पर नतीजा भुगतने की चेतावनी दी गई थी.
अपहरण कर हत्या की यह पहली घटना नहीं
बता दें इससे पहले भी आतंकी पुलिस वालों और सेना के जवानों को अगला कर चुके हैं. हाल ही में पुलिस आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर में ही पुलिसकर्मियों के नौ परिजनों को अगवा को अगवा कर लिया था. बाद में इन्हें छुड़वा लिया गया था.
बता दें पिछले साल मई महीने में आतंकियों ने सेना के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज का अपहरण कर हत्या कर दी थी. 22 साल के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज छुट्टी में शादी में शरीक होने अपने घर आए थे. इस साल जून महीने में सेना के जवान औरंगजेब की भी अपहरण कर हत्या कर दी थी. आतंकियों ने औरंगजेब के साथ बदसलूकी का वीडियो भी जारी किया था.