श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर में पुलिसवालों पर बढ़ते आतंकी हमलों और हिजबुल मुजाहिद्दीन की ओर से दी गई धमकी से घबराए एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) ने भी इस्तीफा दे दिया है. जम्मू और कश्मीर पुलिस विभाग से यह अब तक का पांचवां इस्तीफा बताया जा रहा है. एसपीओ तजाला हुसैन लोन ने अपना इस्तीफा 17 अगस्त को देने की बात कही है. उनके अलावा एसपीओ शाबिर अहमद, उमर बशीर, नवाज अहमद और कांस्टेबल मोहम्मद इरशाद बाबा भी अपना इस्तीफा दे चुके हैं.
शुक्रवार को सामने आई एसपीओ लोन के इस्तीफे की बात से हड़कंप मचा हुआ है. लोन ने अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए लिखा है ‘मेरा नाम तजाला हुसैन लोग है. मैं हिलपोरा बातेगुंड शोपियां में रहता हूं. मैं पिछले 6 साल से एसपीओ के पद पर काम कर रहा हूं. मैंने पिछले महीने की 17 तारीख (17 अगस्त) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.’ उन्होंने आगे लिखा है ‘मैं अपने इस्तीफे के बाद घर आ गया हूं और अब मेरा पुलिस विभाग से कोई नाता नहीं है. मैं अब घर पर रहूंगा और फल बेचने का कारोबार करूंगा.’
शुक्रवार सुबह जैसे ही सुरक्षाबलों को पुलिसकर्मियों के लापता होने की जानकारी मिली, उसके बाद से पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त सर्च अभियान चलाया गया. जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों और पुलिस के संयुक्त अभियान में वनगांव से 2 एसपीओ और एक कॉन्स्टेबल के शव को बरामद किया गया. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों ने 3 एसपीओ और 1 कॉन्स्टेबल का अपहरण कर लिया था और फिर उनकी हत्या कर दी.
एसपीओ तजाला हुसैन लोन के अलावा पुलिस विभाग से इस्तीफा देने वालों में कुलगाम के रहने वाले एसपीओ शाबिर अहमद थोकर और शोपियां के रहने वाले पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद इरशाद बाबा के नाम भी शामिल हैं. इनके अलावा उमर बशीर और नवाज अहमद भी इसमेें शामिल हैैं. आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने पुलिसवालों को धमकी देते हुए कहा है कि जो लोग पुलिस में नौकरी कर रहे हैं, वे चार दिन के अंदर अपना इस्तीफा दे दें. उसने कहा है कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो वे नतीजा भुगतने को तैयार रहें. इस धमकी के पोस्टर कई गांवों में लगाए हैं और एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.