नई दिल्ली। शुक्रवार का दिन शेयर बाजार के लिए भारी उतार-चढ़ाव वाला रहा. कुछ खास बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों शेयरों में हुई भारी बिकवाली से सेंसेक्स में 1100 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी गई. हालांकि, बंद होते समय यह गिरावट 279.62 अंकों की रही और सेंसेक्स 36841.60 अंकों पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी भी 91.25 अंकों की गिरावट के साथ 11143.10 अंकों पर बंद हुआ. विशेषज्ञों के अनुसार, क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी और कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण शेयर बाजार में गिरावट देखी गई. हालांकि, शुक्रवार को आई गिरावट के लिए विशेषज्ञों ने IL&FS के वित्तीय संकट और RBI द्वारा यस बैंक के एमडी और सीईओ राणा कपूर को सेवा विस्तार न दिए जाने को जिम्मेदार ठहराया है.
इन कंपनियों के शेयर हुए धड़ाम
DHFL के शेयर 45 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए. जिन शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की उनमें यस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस शामिल हैं. जिन कंपनियों के शेयर में बढ़ोतरी दर्ज की गई उनमें ONGC, विप्रो, भारती इंफ्राटेल और BPCL शामिल हैं.
हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के शेयरों ने बिगाड़ा खेल
शुक्रवार को अचानक ही हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली देखी गई. निवेशकों को IL&FS के वित्तीय संकट के बीच इस बात की चिंता सता रही थी कि हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की फंड जुटाने की लागत में बढ़ोतरी होगी.
DHFL का मार्केट कैप 10,000 करोड़ रुपये घटा
कारोबार के दौरान गैर-बैकिंग वित्तीय कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली दर्ज की गई. इसमें सबसे ज्यादा गिरावट दीवान हाउसिंग फाइनेंस (DHFL) में दर्ज की गई. DHFL के शेयरों में 57.42 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई और यह 274.75 रुपये के स्तर पर आ गया. यह 23 जनवरी 2017 के बाद से इसका न्यूनतम स्तर है. DHFL का मार्केट कैप शुक्रवार के कारोबार के दौरान 10,000 करोड़ रुपये से नीचे आ गया. दूसरी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में भी भारी बिकवाली दर्ज की गई. इसके अलावा, मिडकैप श्रेणी में बैंकों के साथ-साथ ऑटोमोबाइल, एफएमसीजी और फार्मा में भी बिकवाली दर्ज की गई.