नई दिल्ली। दिल्ली-गुरुग्राम के बीच भारी ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए बनने वाले द्वारका एक्सप्रेस वे की शुरुआत इसी माह से हो सकती है। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से परियोजना का शिलान्यास करने के लिए 15 अक्तूबर के बाद का समय मांगा गया है।
इससे पहले बुधवार को दिल्ली में हुई बैठक के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने परियोजना के निर्माण की मंजूरी दे दी है। बैठक में दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव, परियोजना में शामिल चार कंपनियों के अधिकारी और डीडीए के अधिकारी भी शामिल रहे। लंबे समय से प्रस्तावित द्वारका एक्सप्रेस वे को चार भागों में बनाया जाना है। सूत्रों का कहना है कि परियोजना की राह में आ रहे सभी रोड़े सरकार ने सुलझा लिए हैं और पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इसी महीने निर्माण कार्य का शिलान्यास कर देंगे। इस प्रोजेक्ट के तैयार होने से न सिर्फ एयरपोर्ट की ओर जाने वालों को, बल्कि दिल्ली और गुरुग्राम के बीच भी ट्रैफिक जाम से निजात मिल जाएगी।
दो साल में काम पूरा करने का लक्ष्य
सूत्रों का कहना है कि प्रोजेक्ट के तहत 1050 करोड़ की लागत से 5 किलोमीटर लंबी टनल बनाई जाएगी, जो एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगी। इस काम को पूरा करने के लिए दो साल यानी वर्ष 2020 तक का समय तय किया गया है।
अद्भुत डिजाइन होगी
डिजाइन के लिहाज से द्वारका एक्सप्रेस वे काफी खास होगा। आठ लेन में बनने वाले इस एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 28.5 किलोमीटर होगी, जबकि इसके नीचे भी 3-3 लेन की रोड बनाई जाएगी। एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई में से करीब 23 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड या टनल में बनाया जाएगा। परियोजना पर करीब 9700 करोड़ के खर्च का अनुमान लगाया गया है।