नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को दो दिन की यात्रा पर भारत पहुंचेंगे। इस दौरान रूस के साथ सामरिक लिहाज से बेहद अहम एस-400 वायु प्रतिरक्षा प्रणाली सौदे पर समझौते के अलावा दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों की मजबूती को लेकर अहम बातचीत होगी।
भारत के साथ दुनिया के प्रमुख देशों की निगाह पुतिन की इस यात्रा पर होगी। रूस और ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों की छाया के बीच हो रही पुतिन की यात्रा में दोनों देश आपसी संबंधों को गति देने और परस्पर व्यापार को जारी रखने के तरीकों पर विचार करेंगे। गौरतलब है कि भारत, अमेरिका को भरोसे में लेकर रूस के साथ सामरिक व रणनीतिक संबंधों को जारी रखने पर जोर दे रहा है। माना जा रहा है कि पुतिन की यात्रा से शक्ति संतुलन की दिशा तय होगी।
शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
पुतिन अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। दोनों नेता ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के मद्देनजर कच्चे तेल की स्थिति समेत विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं। 19वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेता रूसी रक्षा कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंध की पृष्ठभूमि में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की भी समीक्षा कर सकते हैं । सूत्रों ने कहा, पुतिन की भारत यात्रा के दौरान मुख्य जोर एस-400 वायु प्रतिरक्षा प्रणाली सौदे पर समझौते पर केंद्रित रहेगा ।
सौदे के लिए अमेरिका से छूट की आस
रूस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा था कि इस यात्रा की मुख्य विशेषता एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की आपूर्ति के लिए समझौते पर दस्तखत करना होगा और यह करार पांच अरब डॉलर की राशि से ज्यादा का होगा। इस खरीद से अमेरिका के काउंटरिंग अमेरिका एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शन ऐक्ट- सीएएटीएसए का उल्लंघन होगा। हालांकि भारत को इससे छूट मिलने की संभावना है।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता
विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति पुतिन, प्रधानमंत्री मोदी के साथ आधिकारिक वार्ता करेंगे। वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे। हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भारत-रूस इंटर-गवर्नमेंटल कमीशन ऑन टेक्निकल इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (आईआरआईजीसी-टेक) की 23वीं बैठक में हिस्सा लेने के लिए रूस के दौरे पर गई थीं। रूस के राष्ट्रपति से अनौपचारिक मुलाकात के लिए प्रधानमंत्री मोदी की भी रूस यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी गई थी।