नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद की मुश्किलें और बढती जा रही है, दरअसल साद पर बिना सरकार के मंजूरी के दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज के लिये हजारों लोगों को इक्ट्ठा करने का आरोप है, इसके साथ ही अब उनके दो करीबी रिश्तेदारों में कोरोना की पुष्टि हुई है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौलाना साजिद और मौलाना राशिद कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, फिलहाल ये दोनों यूपी के सहारनपुर जिले में रह रहे हैं, मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन ने पूरे इलाके को सील कर दिया है।
बढ रहे हैं मामले
आपको बता दें कि सहारनपुर में कोरोना के मामले तेजी से बढ रहे हैं, यहां 4 अप्रैल को पहला केस सामने आया था, फिर 7 अप्रैल को 6 केस हो गये, 8 अप्रैल को 11, 11 अप्रैल को बीस, और 13 अप्रैल तक 44 केस हो गये, पुलिस-प्रशासन इस जिले को कोरोना हॉटस्पॉट मान कर पूरे इलाके को सील कर दिया है।
फ्रांस से लौटे थे दोनों भाई
बताया जा रहा है कि मौलाना साजिद और मौलाना राशिद दोनों भाई हैं, दोनों बीते 9 मार्च को फ्रांस से सहारनपुर लौटे थे, इसके साथ ही दोनों निजामुद्दीन में हुए मरकज में भी शामिल हुए थे,हालांकि दोनों ने ये जानकारियां छुपाई, इस बीच दोनों ने कोरोना को लेकर लोगों से घरों में रहने की अपील भी की, लेकिन खुद ये नहीं बताया कि विदेश से लौटे हैं, इनके विदेश से लौटने की जानकारी सीडीआर के जरिये पता चली, जिसके बाद 7 अप्रैल को दोनों का टेस्ट करवाया गया, 13 अप्रैल को मामले में रिपोर्ट आने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
मुकदमा दर्ज
स्थानीय पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ आईपीसी की धारा 269, 270 और 271 के तहत मुकदमा दर्ज किया है, फिलहाल दोनों को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है, पुलिस इनके संपर्क में आने वाले लोगों को भी तलाश रही है। दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के मौलाना साद और बाकी आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है, इस धारा के तहत साद को कम से कम दस साल और अधिकतम उम्रकैद की सजा हो सकती है, पुलिस के अनुसार ये धारा इसलिये लगाई गई है, क्योंकि तबलीगी जमात में आये लोगों को कोरोना हुआ, जिसकी वजह से मौतें हुई है, इस कार्यक्रम के लिये साद ने सरकार की मंजूरी भी नहीं ली थी, इसी वजह से गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।