भारतीय क्रिकेटर अशोक डिंडा को टीम इंडिया के लिए ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला। कोलकाता से ताल्लुक रखने वाले इस 36 वर्षीय तेज गेंदबाज को पिछले साल रणजी ट्रॉफी के दौरान अनुशासनात्मक कारणों की वजह से बीच में ही बाहर कर दिया गया था। इस तरह से बाहर किए गए इस तेज गेंदबाज ने कहा कि वो बंगाल क्रिकेट की राजनीति के शिकार हुए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वो इस सीजन में एक नई टीम के साथ अच्छी वापसी करेंगे।
आपको बता दें कि घरेलू क्रिकेट में बंगाल की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेेने के मामले में डिंडा दूसरे स्थान पर हैं और उन्हें रणजी टीम के कोच राणादेब बोस के साथ हुई बहस के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। अशोक डिंडा ने बताया कि उनकी कुछ टीमों से साथ बात हो रही है और वो बंगाल क्रिकेट संघ यानी कैब के पास जल्दी ही एनओसी के लिए आवेदन करेंगे। डिंडा ने बंगाल के लिए 116 फर्स्ट क्लास मैचों में 420 विकेट लिए हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि वो अब बंगाल का हिस्सा नहीं रहेंगे और ये पक्का है। ये मेरा निजी फैसला है और ऐसा मैंने पिछले ही सीजन में सोच लिया था।
अशोक डिंडा ने कहा कि पूरी दुनिया ने देखा कि फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत किस अवस्था से गुजरे थे। फिल्मी दुनिया ही नहीं सब जगह यही हाल है, लेकिन मैं मानसिक तौर पर काफी मजबूत हूं और किसी भी कारण से टूट नहीं सकता हूं। डिंडा ने भारत के लिए 13 वनडे और 9 टी 20 मैच खेले हैं। उन्होंने कहा कि कुछ टीमों के साथ मेरी बात हो रही है और अगले सीजन में मैं किस टीम की तरफ से खेलूंगा इसके बारे में अभी मैंने कुछ फैसला नहीं किया है, लेकिन मैं किसी अन्य राज्य की तरफ से खेलूंगा।
डिंडा पर बंगाल के गेंदबाजी कोच के लिए अपशब्द का इस्तेमाल करने का आरोप है और उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया था। वहीं उन्होंने कहा कि मैं इस कोचिंग स्टाफ के साथ खेलने से खुश नहीं है क्योंकि मेरे साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया वो सही नहीं था। मैंने अपना बेस्ट दिया, लेकिन अब मेरा कोई उपयोग नहीं है और ये दुनिया स्वार्थी है।