नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर में जब दो जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने की खबर आई तो हर कोई हैरान हो गया. यूपी का कुख्यात अपराधी विकास दुबे इस घटना का आरोपी था, जो पुलिसवालों को मारने के बाद फरार हो गया. अब करीब एक हफ्ते के बाद ये भागदौड़ खत्म हो गई और मध्य प्रदेश के उज्जैन में उसे गिरफ्तार किया गया.
पूरी फिल्मी रही कहानी…
विकास दुबे की कहानी शुरुआत से ही फिल्मी रही, क्योंकि उसने रात के अंधेरे में जेसीबी को लगाकर रास्ता रोका और फिर पुलिसवालों पर गोलियां बरसा दीं. फिर वो अपने घर से अंधेरे में साइकिल से भाग गया.
विकास दुबे इसके बाद फरीदाबाद में मिला, जहां मास्क लगाकर वो होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. लेकिन पुलिस जब उसकी दबिश करने पहुंची, तो विकास वहां से फरार हो गया, लेकिन उसके गुर्गे पकड़े गए.
मैं विकास दुबे हूं…
जब इस अपराधी को पुलिस नोएडा, राजस्थान में ढूंढ रही थी. तब अचानक गुरुवार सुबह विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रकट हो गया. यहां महाकाल मंदिर के बाहर वो मास्क लगाकर खड़ा था. स्थानीय लोगों के अनुसार, विकास दुबे वहां खड़ा होकर अपना नाम चिल्ला रहा था.
हालांकि, सूत्रों का ये भी कहना है कि विकास दुबे के यहां होने की जानकारी पहले से ही स्थानीय मीडिया, स्थानीय पुलिस को थी. यही कारण रहा कि उसका ये पूरा कृत्य फुटेज में कैद हो गया. जब विकास दुबे चिल्लाया, तो पुलिस ने तुरंत उसे पकड़ा.
पुलिस पकड़कर उसे महाकाल थाने ले गई, इसके बाद जब पुलिस उसे गाड़ी में बैठा रही थी. तब चिल्लाते हुए वो जा रहा था, मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला. माना कि वो ऐलान कर रहा हो कि देखो, आखिर मैं ही हूं. विकास ने कहा कि इन्होंने मुझे पकड़ लिया है.
कहां ढूंढा और कहां मिला…
कानपुर की घटना के बाद से ही यूपी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. विकास दुबे को फरीदाबाद से लेकर नोएडा और राजस्थान में तलाशा जा रहा था. फरीदाबाद से वो फरार हो गया और अब उज्जैन में जाकर मिला है. अब मध्य प्रदेश की पुलिस विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने की प्रक्रिया पूरी करेगी.