नई दिल्ली। अगले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के किले को ढहाकर कमल खिलाने के लिए ‘मेगा प्लान’ बनाया है. राज्य में मोदी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पार्टी तीन रथ यात्राएं निकालेगी.
रथ यात्रा का नेतृत्व बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल करेंगे. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल बनाने का अभियान शुरू करेगी. इसके लिए बीजेपी ने अपने प्रमुख चेहरों को बंगाल की जमीन पर उतारने की योजना बनाई है.
पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आजतक से बातचीत में कहा कि राज्य में रथ यात्राएं निकालने का विचार किया गया है. ये रथ यात्रा दिसंबर में निकेलगी, लेकिन इस अभियान का प्रचार दुर्गा पूजा के बाद से ही शुरू हो जाएगा.
उन्होंने बताया कि प्रदेश में तीन रथ यात्राओं को निकालने की बात हुई है. इसमें पहली रथयात्रा बीरभूमि जिले के मंदिर शहर तारापीठ से तीन दिसंबर को शुरू हो सकती है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का इस यात्रा में शामिल होने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि दूसरी यात्रा का नेतृत्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. माना जा रहा है कि इस यात्रा की शुरुआत गंगा सागर से की जाएगी. इस रथ यात्रा के दौरान टीएमसी सरकार के तुष्टीकरण नीतियों का विरोध किया जाएगा.
बीजेपी की तीसरी यात्रा का नेतृत्व असम के मुख्यमंत्री सोनेवाल करेंगे. इसके यात्रा का मकसद पश्चिम बंगाल में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों का विरोध करना होगा. ये यात्रा कूच बिहार जिले से निकाली जाएगी.
दिलीप घोष ने बताया कि तीनों यात्रा प्रदेश के सभी विधानसभा और 42 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी. इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. बंगाल में निकलने वाली प्रत्येक रथ यात्रा 14 लोकसभा सीटों को कवर करेगी.
बता दें कि बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की 42 संसदीय सीटों में से कम से कम 22 सीट जीतने का लक्ष्य तय किया है. जबकि मौजूदा समय में बंगाल में पार्टी के पास दो सीटें आसनसोल और दार्जिलिंग हैं.