अशोक गहलोत और सचिन पायलट की आपस में नहीं बन रही है। सचिन पायलट कल देर शाम करीब 15-17 समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने से पहुंचे। इस पूरे सियासी घटनाक्रम का कारण एक चिट्ठी को बताया जा रहा है, जिसमें पायलट को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कहा गया है।
शुक्रवार को जारी चिट्ठी में सचिन पायलट को आतंकवाद निरोधी दस्ते और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने पूछताछ के लिए बुलाया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस चिट्ठी के बाद से पायलट काफी नाराज हैं। आपको बता दें कि गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है, ये दोनों विभाग गृह मंत्रालय के ही अधीन आते हैं।
आपको बता दें कि दोनों के बीच झगड़ा अब दिल्ली तक पहुंच गया है। डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली पहुंच चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सचिन पायलट का समर्थन करने वाले 15-17 विधायक भी उनके साथ दिल्ली आए हैं। कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात हो सकती है।
अशोक गहलोत ने बीजेपी पर लगाया सरकार को अस्थिर करने का आरोप
इससे पहले अशोक गहलोत ने शनिवार को बीजेपी पर सरकार अस्थिर करने का आरोप लगया था। मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों को समर्थन पत्र लिखने के लिए कहा है, जबकि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने समर्थकों के साथ दिल्ली पहुंचे हुए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के भीतर फूट बढ़ गई है कि क्योंकि सीएम और डिप्टी सीएम दोनों अपनी-अपनी ताकत दिखाने में लग हुए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को प्रलोभन देने और उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास की है। शनिवार शाम को गहलोत ने अपने आवास पर कई मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात की और उन्हें समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा।
ACB ने 3 निर्दलीय विधायकों के खिलाफ पीई दर्ज की
राजस्थान की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों के तहत विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शनिवार को तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज की। विशेष कार्यबल (एसओजी) शुक्रवार को ही इस बारे में एक मामला दर्ज कर चुका है। ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि एसीबी ने विधायक ओमप्रकाश हुडला, सुरेश टाक तथा खुशवीर सिंह के खिलाफ पीई दर्ज की है। आरोप है कि इन विधायकों ने राज्य सरकार को गिराने के लिए भाजपा की ओर से कुछ अन्य विधायकों को धन की पेशकश की।