मुंबई। कांग्रेस में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित किए जाने के बाद संजय झा(Sanjay Jha) ने बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस से हटाए जाने के बाद संजय झा ने पलटलवार करते हुए कहा है कि मेरी निष्ठा किसी व्यक्ति विशेष या परिवार के प्रति नहीं है बल्कि मेरी वफादारी पार्टी के प्रति है। संजय झा, जो पार्टी के बागी नेता सचिन पायलट के मुद्दे को संभालने को लेकर कांग्रेस के तौर-तरीकों की आलोचना की है, उन्होंने कहा कि वे पार्टी में एक गांधी-नेहरूवादी आदर्शवादी बने जो अब कांग्रेस के भीतर एक लुफ्त हो चुकी नस्ल है।
उद्यमी से नेता बने संजय झा ने भी कहा कि वह अपनी पार्टी के पुनरुत्थान के लिए उन मुद्दों को उठाते रहे जो मूलभूत हैं और साथ ही कहा कि लड़ाई अभी बस शुरू हुई है। उनकी ओर से यह टिप्पणी महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोरात के उस टिप्पणी के बाद आया है जिस बयान में कहा गया था कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और अनुशासन का उल्लंघन के लिए तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित किया जाता है।
सचिन पायलट मामले पर की थी आलोचना
अपने निलंबन पर प्रतिक्रिया देते हुए झा ने मंगलवार को आश्चर्य व्यक्त किया। उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के प्रवक्ता रूप में हटा दिया गया था।संजय झा ने पिछले महीने एक अखबार में पार्टी के प्रति एक आलोचनात्मक लेख लिखा था। वह बागी पार्टी नेता सचिन पायलट से जुड़े मामले में कांग्रेस के तरीके के भी आलोचक रहे हैं। सचिन पायलट जिसे मंगलवार को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था