इस वीडियाे से यह साफ हाे गया कि अमर दुबे की शादी में कई पुलिस वाले भी शामिल हुए थे। वीडियो में अमर दुबे और दुल्हन को आर्शीर्वाद देते हुए निलंबित दरोगा केके शर्मा भी दिखाई दे रहा है। यह केके शर्मा वहीं दारोगा है जिसे विकास दुबे के लिए मुखबिरी के शक मे निलंबित किया जा चुका है। माना जा रहा है केके शर्मा और विनय तिवारी ने भी विकास को पुलिस के प्लान के बारे में सबकुछ बताया था। गुरुवार को वायरल वीडियो में वर वधू को आशीर्वाद देने के दौरान विकास दुबे दरोगा केके शर्मा से कह रहा है डरो नहीं पास आओ। इससे पहले बुधवार को भी विकास दुबे का एक वीडियो वायरल हुआ था जिससे वह दुल्हन से कहता है कि वह किसी के साथ बैठकर फोटो नहीं खिंचवाता, अगर उसके साथ फोटो खिंचवानी है तो खड़ी हो जाओ।
कई ऑडियो भी हो चुके हैं वायरल :
वीडियाे के साथ-साथ विकास दुबे से जुड़े कई ऑडियो भी वायरल हाे रहे हैं। तीन ऑडियो विकास दुबे के ममेरे भाई शशिकांत पांडेय की पत्नी के हैं। एक ऑडियो में वह अपनी महिला रिश्तेदार को बताती है कि घर में तीन पुलिस वालों के लाश पड़ी है, तीनों को विकास भैया ने मारा है। बुधवार को दूसरी और फिर तीसरी कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई। पुलिस ने जांच के दौरान उसके मोबाइल से सभी रिकॉर्डिंग रिकवर कर ली हैं। तीनों को जांच में शामिल किया गया है। दूसरी कॉल रिकॉर्डिंग में मनु अपने किसी रिश्तेदार (शायद भाई) से बात कर रही है। वह मोबाइल सिम और बैटरी तोड़ने की बात कहती सुनाई देती है। वह कहती है तुम खांस देना तो मैं समझ जाऊंगी कि तुम्हारे पास पुलिस है। इसके बाद एक और रिकॉर्डिंग मिली जो महज 22 सेकेंड की है। इसमें पुलिस को कुछ समझ नहीं आया। इस बारे में पुलिस मनु से पूछताछ कर रही है।
शशिकांत की पत्नी मनु भी जांच के दायरे में
तीन कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद शशिकांत की पत्नी जांच के दायरे में आ गई है। पुलिस ने उससे घंटों पूछताछ की, लेकिन सास की तबीयत खराब होने के चलते हिरासत में नहीं लिया। जांच में साक्ष्य छिपाने और आरोपितों का सहयोग देने में उसकी भूमिका सामने आ रही है। बिकरू कांड के अगले ही दिन पुलिस ने विकास के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय को एनकाउंटर में मार गिराया था। उसके बेटे शशिकांत पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उसकी पत्नी पिंकी के मोबाइल से कई अहम साक्ष्य मिले हैं। कॉल रिकॉर्डिंग से साफ हुआ है कि वारदात के बाद उसने पति की मदद की और साक्ष्य छिपाने में सहयोग किया। झूठ बोलकर लगातार पुलिस को गुमराह करती रही।