नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी संकट के बीच भाजपा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर बड़ा हमला किया। भाजपा ने राजस्थान की सियासत में इनदिनों चर्चा में आए टेप कांड मामले की सीबीआइ जांच की मांग उठाई है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए उस मामले में गहलोत सरकार और कांग्रेस से पांच गंभीर सवाल पूछे हैं।संबित पात्रा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस का राजनीतिक ड्रामा हम देख रहे हैं। ये षड़यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, उसका मिश्रण है। वहां जो राजनीतिक नाटक खेला जा रहा है, वो यही मिश्रण है।
भाजपा के गहलोत सरकार से 5 सवाल
पहला सवाल- भाजपा ने गहलोत सरकार से पहला सवाल पूछा कि क्या फोन टैपिंग की गई थी? राजस्थान में कांग्रेस सरकार को जवाब देना चाहिए।
दूसरा सवाल- दूसरा सवाल जो भाजपा की ओर से कांग्रेस से पूछा गया कि क्या यह एक संवेदनशील और कानूनी मुद्दा नहीं है, अगर फोन टैपिंग की गई है ?
तीसरा सवाल- कांग्रेस से भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने तीसरा सवाल पूछा कि यह मानते हुए कि आपने फ़ोन टैप किए हैं, क्या एसओपी का पालन किया गया था ?
चौथा सवाल- भाजपा ने इसके बाद गहलोत से चौथा सवाल किया कि क्या राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने खुद को बचाने के लिए असंवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल किया?
पांचवा सवाल- भाजपा प्रवक्ता संबित प्रवक्ता ने गहलोत सरकार से पांचवां और आखिरी सवाल पूछा गया कि क्या क्या राजनीति से संबंधित किसी भी व्यक्ति का फोन टैप किया जा रहा है?
भाजपा ने उठाई CBI जांच की मांग
संबित पात्रा ने आगे कहा कि फोन टैपिंग केवल अधिकृत एजेंसियों द्वारा कानून और विषय के अनुसार सुरक्षित-गार्ड और एसओपी को अनुमोदित करने के लिए किया जा सकता है। प्रत्येक मामले की समीक्षा एक राज्य सरकार के मामले में केंद्रीय और राज्य सचिव के मामले में एक कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा की जाती है।संबित पात्रा ने साथ ही कहा कि हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं। चाहे फोन टैपिंग की गई हो या एसओपी का पालन किया गया हो। क्या राजस्थान में आपातकालीन स्थिति है ? क्या सभी राजनीतिक दलों को इस तरह से निशाना बनाया जा रहा है ?
संबित पात्रा ने इसके साथ ही कहा कि राजस्थान की सरकार 2018 में बनी और अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री बनें, उसके बाद एक कोल्ड वॉर की स्थिति कांग्रेस पार्टी की सरकार में बनी रही। संबित पात्रा ने कहा कि कल अशोक गहलोत जी ने स्वयं मीडिया के सामने आकर कहा है कि 18 महीने से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच में बात नहीं हो रही थी।
राजस्थान की राजनीति में आया ‘टेप कांड’
राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच शुक्रवार को मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से बागी विधायक भंवरलाल शर्मा, दलाल संजय जैन और गजेन्द्र सिंह नाम के व्यक्ति के खिलाफ सरकार गिराने का षडयंत्र करने के आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था।
राजस्थान में गुरुवार रात वायरल हुए दो कथित ऑडियो टेप पर सियासी बवाल मच गया। विधायकों की खरीद-फरोख्त और अशोक गहलोत सरकार को गिराने के प्रयासों को लेकर सार्वजनिक हुए ऑडियो टेप मामले में राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ([एसओजी)] ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्य में कांग्रेस के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा व कारोबारी संजय जैन के खिलाफ एफआइआर दर्ज की। उनके खिलाफ राजद्रोह और खरीद-फरोख्त के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। भाजपा नेता संजय जैन को एसओजी ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ दर्ज कराया मामला
भाजपा भी इस मामले में पुलिस के पास पहुंच गई और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित कांग्रेस नेताओं के खलाफ भाजपा औश्र इसके नेताओं की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए परिवाद दर्ज कराया है। भाजपा ने इन नेताओं के खिलाफ मानहानि और अन्य धाराओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
सचिन पायलट मामले में सोमवार को दोबारा सुनवाई
राजस्थान में कांग्रेस से बगावत करने वाले सचिन पायलट समेत 19 पार्टी विधायकों को उनके खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष की कार्रवाई से चार दिन की राहत मिल गई है। सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य विधायकों की ओर से विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें अयोग्य घोषिषत करने के लिए जारी नोटिसों के खिलाफ दायर याचिका पर राजस्थान हाई कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई, जो सोमवार सुबह 10 बजे भी जारी रहेगी। स्पीकर की ओर से पेश वकील ने कोर्ट को आश्वस्त किया है कि कांग्रेस के बागी विधायकों के खिलाफ मंगलवार शाम पांच बजे तक कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।