मीना कुमारी, अभिनय जगत की नायाब अभिनेत्रियों में से एक मानी जाती है । नायाब खूबसूरती, नायाब अभिनय की मिसालें उनके नाम से आगे भी कई सालों तक दी जाती रहेंगी । मीना कुमारी के नाम के साथ ट्रेजडी क्वीन ये नाम जुड़ा हुआ है, उनकी जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी । बेहद कम खुशियां उन्होने महसूस की, उनकी प्रेम कहानी भी उनके लिए क्षणिक सुख के अलावा कुछ नहीं थी । मीना कुमारी की बर्थ एनीवर्सरी पर आइए आपको उनकी इस प्रेम कहानी के बारे में कुछ बातें बताते हैं ।
कमाल अमरोही उन दिनों अनारकली नाम से फिल्म बनाना चाहते थे, इसके लिए उन्होने मीना कुमारी को साइन किया था । हालांकि ये फिल्म कभी पूरी नहीं हो पाई, प्रोड्यूसर इस फिल्म का बजट कम रखना चाहते थे, जो कमाल के सपनों वाली फिल्म से अलग ख्याल था । इसी दौरान एक हादसे में मीना कुमारी के चोट लग गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। फिल्म अपने आप ही डिब्बे में चली गई ।
कमाल अमरोही को जब पता चला तो वो घायल मीना कुमारी को देखने पहली बार अस्पताल पहुंचे । कहा जाता है कि कमाल को देखकर मीना कुमारी की छोटी बहन ने उनसे शिकायती लहजे में कहा कि आपा तो मौसम्बी का जूस नहीं पी रहीं हैं । बहन का इतना कहना था कि, मीना कुमारी ने फौरन एक झटके में जूस का पूरा गिलास खत्म कर दिया । इसके बाद कमाल हर हफ्ते मीना कुमारी को देखने मुंबई से पूना आने लगे। यहीं से दोनों के बीच नजदीकियां शुरू हुईं।
इधर मीना कुमारी और कमाल अमरोही ने ने रोजाना एक दूसरे को खत लिखने का फैसला लिया। कमाल पहले ही दो शादियां कर चुके थे, उनके तीन बच्चे भी थे। लेकिन जवां अभिनेत्री मीना कुमारी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था। मीना के के पिता को दोनों का इस तरह करीब आना बिलकुल पसंद नहीं आ रहा था । वो उनपर नजर रखने लगे थे । लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ ।
क्लिनिक जाने के बहाने निकाह, 2 घंटे में रस्में पूरी
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मीना कुमारी अपनी बहन के साथ वॉर्डन रोड पर स्थित एक मसाज क्लिनिक पर रोज जाया करती थीं । तब उनके पिता कार से दो घंटे के लिए उन्हें वहां छोड़ जाया करते थे । इसी मौके का इंतजार मीना कुमारी को था, 14 फरवरी 1952 को दोनों बहनें पिता के छोड़ने के बाद सीधे कमाल अमरोही के पास पहुंचीं । निकाह की तैयारियां पहले से की हुई थीं, दोनों ने पहले सुन्नी रवायत से और फिर शिया रवायत से निकाह करवाया।
नहीं चली शादी, 38 की उम्र में मौत
मीना ने बड़े मन से कमाल से शादी की थी, लेकिन दोनों का ये रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चल पाया । अनसक्सेसफुल मैरिज लाइफ के कारण मीना कुमारी बहुत ज्यादा शराब पीने लगीं थीं, उनकी सेहत बहुत बिगड़ती जा रही थी । उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी । मीना कुमारी ने 31 मार्च, 1972 को 38 साल की उम्र में आखिरी सांस ली । परिणीता, दो बीघा जमीन, साहेब बीवी और गुलाम, चित्रलेखा, फूल और पत्थर, मेरे अपने और पाकीजा जैसी फिल्मों में जान फूंकने वाली अभिनेत्री हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गई ।