नई दिल्ली। अनुच्छेद-370 की समाप्ति का एक साल पूरा होते ही उपराज्यपाल (एलजी) गिरीश चंद्र मुर्मू के इस्तीफे के बाद गुरुवार को 61 वर्षीय पूर्व केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। मुर्मू के अचानक इस्तीफे ने जितना हैरान किया था, उतना ही मनोज सिन्हा की नियुक्ति ने सभी को चौंकाया है, क्योंकि बुधवार देर रात तक उनके नाम का कोई जिक्र तक नहीं था। पूर्व केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि, जम्मू-कश्मीर के पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक प्रसाद, लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) सैयद अता हसनैन और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार के नाम अगले उपराज्यपाल के तौर पर लिए जा रहे थे। बहरहाल गाजीपुर में विकास पुरुष कहे जाने वाले सिन्हा राज्यपाल सरीखे पद पाने वाले उत्तर प्रदेश से भाजपा के 10वें राजनेता हैं। इनसे पहले इन भाजपा नेताओं ने यह पद संभाला है।
कलराज मिश्र: कभी उत्तर प्रदेश में पार्टी का ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले कलराज मिश्र 2019 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने। वर्तमान में राजस्थान के राज्यपाल हैं।
सत्यपाल मलिक: अगस्त 2018 में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बने। वर्तमान में गोवा के राज्यपाल पद पर आसीन हैं। बिहार के राज्यपाल भी रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत के रहने वाले मलिक कभी जनता दल और फिर सपा में शामिल रहे। 2014 लोकसभा चुनाव के तुरंत पहले भाजपा का दामन थामा था।
बेबी रानी मौर्या: उत्तराखंड की राज्यपाल हैं। 1995 में आगरा की पहली महिला मेयर चुनी गई थीं।
आरिफ मुहम्मद खान: उत्तर प्रदेश के ही आरिफ मुहम्मद खान केरल के राज्यपाल हैं। पूर्व में कांग्रेस नेता और कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे आरिफ बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।
फागू चौहान: बिहार के राज्यपाल हैं। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में कई बार मंत्री पद संभाल चुके हैं।
ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त): उत्तर प्रदेश के भदोही के बीडी मिश्रा अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल हैं।
कल्याण सिंह: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी राजस्थान के राज्यपाल बने थे और पिछले साल अपना कार्यकाल पूरा किया।
केसरी नाथ त्रिपाठी: उत्तर प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी को 2014 में पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया गया। पिछले साल वे सेवामुक्त हुए।
लालजी टंडन: पिछले महीने दुनिया को अलविदा कहने वाले उत्तर प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता लालजी टंडन बिहार और उसके बाद मध्यप्रदेश के राज्यपाल बने थे। उत्तर प्रदेश की सभी भाजपा सरकारों में वे कैबिनेट मंत्री रहे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपने घनिष्ट संबंधों के लिए जाने जाते हैं। राजनीतिक गलियारों में इन्हें लखनऊ का वास्तुकार भी कहा जाता है।