भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में कप्तान कोहली ने उमेश यादव और युवा शार्दुल के कंधो पर तेज़ गेंदबाज़ी का भार सौंपा. लेकिन शार्दुल के चोटिल होने के बाद अकेले दम पर उमेश ने पूरी जिम्मेदारी उठा ली.
इस जिम्मेदारी के मिलते ही उमेश यादव ने अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम भी दर्ज करवा लिया है.
उमेश ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ इस टेस्ट में 88 रन देकर 6 विकेट चटकाए जो टेस्ट क्रिकेट में उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
इस प्रदर्शन के साथ वो पिछले 5 सालों में भारत में एक पारी में 5 विकेट चटकाने वाले तीसरे गेंदबाज़ बन गए हैं. उनके अलावा पिछले 5 सालों में ऐसा सिर्फ मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार ही कर पाए हैं.
इसके साथ ही वो भारत के 14वें तेज़ गेंदबाज़ भी बन गए हैं जिन्होंने एक पारी में छह विकेट चटकाए हैं.
लेकिन सबसे अहम बात ये है कि भारत की सरज़मीं पर 1999 के बाद ये पहला मौका है जब किसी भारतीय तेज़ गेंदबाज़ ने एक पारी में छह विकेट चटकाए हैं.
इससे पहले जवागल श्रीनाथ ने साल 1999 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ एक पारी में छह विकेट चटकाए थे.